श्रम कानून बदलने को लेकर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन
श्रम कानून बदलने को लेकर सोमवार को नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन परिसर में रैली निकाली जिसमें प्रदर्शन कर विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि श्रम कानून बदलने के कारण अब मजदूर को घंटे के हिसाब से मजदूरी मिलेगी जबकि पहले पूरे दिन की मजदूरी मिलती थी।
सहारनपुर, जेएनएन। श्रम कानून बदलने को लेकर सोमवार को नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन परिसर में रैली निकाली, जिसमें प्रदर्शन कर विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि श्रम कानून बदलने के कारण अब मजदूर को घंटे के हिसाब से मजदूरी मिलेगी, जबकि पहले पूरे दिन की मजदूरी मिलती थी। अब पूरे सप्ताह काम करना होगा, पहले सप्ताह में एक दिन का अवकाश मिलता था।
नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन के सचिव अवतार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार मनमानी कर रहा है। सातवें आयोग से संबंधित लंबित मांगों की भी सुनवाई नहीं हो रही। एक जनवरी 2020 से महंगाई भत्ता आदि बंद कर दिया है। रेलवे कर्मियों की मांग है कि एनपीएस हटाकर पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए। रेलवे के निजीकरण पर रोक लगाई जाए। रैली के दौरान राजकुमार, राकेश शर्मा, दलीप सिंह, मुन्ना लाल, सुधीर कुमार, महेंद्र सिंह, अनुज कुमार, मुकेश कुमार, संतोष सिंह, कुलदीप, फूल सिंह, अमित सिंह, श्रवण सिंह, पवन कुमार आदि रहे।
कर्मचारियों की समस्या निवारण को लेकर मंथन
सहारनपुर: रेलवे स्टेशन पर स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर के प्रांगण में सोमवार को आल इंडिया पोस्टल एंड आरएमएस पेंशनर्स एसोसिएशन की बैठक संपन्न हुई, जहां वक्ताओं ने कर्मचारियों की समस्याओं पर मंथन किया।
बैठक की अध्यक्षता दामोदर दास शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि महंगाई भत्ता समेत कई कर्मचारियों की समस्याओं पर सरकार को मान लेना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन किया जा सकता है।
दामोदर प्रसाद शर्मा ने कहा कि निजीकरण बंद होना चाहिए। एक जनवरी से बंद चल रहा महंगाई भत्ते को चालू करना चाहिए। सातवें आयोग में पारित न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए। बैठक में आरके सिंह ने कहा कि एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन बहाल हो। इस दौरान बैठक में आरआर धीमान, आमोद त्यागी, प्रवीण कुमार, इमलचंद, सतीश शर्मा, शिव प्रसाद, सुंदरियाल, रुद्रेश शर्मा, योगेश बंसल, मांगेराम गुप्ता आदि मौजूद रहे।