विद्यालय महासंघ ने का बीआरसी कार्यालय पर धरना
मान्यता प्राप्त विद्यालय महासंघ द्वारा एक अक्टूबर से छात्रहित व स्कूल हित में सभी स्कूलों को खोले जाने की मांग को लेकर बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपकर समस्याओं के समाधान की मांग की।
सहारनपुर जेएनएन। मान्यता प्राप्त विद्यालय महासंघ द्वारा एक अक्टूबर से छात्रहित व स्कूल हित में सभी स्कूलों को खोले जाने की मांग को लेकर बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपकर समस्याओं के समाधान की मांग की।
सोमवार को मान्यता प्राप्त विद्यालय महासंघ के जिला महासचिव मा विकास पवार, ब्लॉक अध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व में मान्यता प्राप्त विद्यालय के संचालक व प्रधानाचार्य द्वारा बीआरसी कार्यालय पर धरना दिया गया तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कहा कि कोविड-19 के कारण उप्र के सभी मान्यता प्राप्त स्कूल में 6 माह से शिक्षण कार्य बंद पड़ा है। ऑनलाइन शिक्षण कार्य प्राथमिक व उच्च विद्यालयों में प्रभावी नहीं है। ब्लॉक के 70 फीसदी अभिभावकों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है। जिससे शिक्षण कार्य पूरी तरह बंद है अभिभावकों की ऑनलाइन शिक्षण में कोई रुचि न लेना भी इसका मुख्य कारण है। बच्चों का शैक्षिक विकास रुकने के साथ-साथ विद्यालय संचालकों व शिक्षक कर्मचारियों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हुआ है। ज्ञापन में कहा यदि स्कूल बंद रहते हैं तो समस्या से ग्रसित सभी विद्यालयों को आर्थिक पैकेज दिया जाए व शिक्षकों को मानदेय की व्यवस्था की जाए। साथ नियमों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को एक अक्टूबर से खोलने की अनुमति प्रदान करें, भवन निर्माण, यातायात हेतु कोई भी लोन हैं उसकी छह माह की किश्त माफ की जाए, यदि सरकार एक अक्टूबर से स्कूल नहीं खोलना चाहती तो सत्र को शून्य घोषित किया जाए, रोडवेज बसों, बाजारों, शॉपिग मॉल पर भीड़ अधिक है। लेकिन वहां कोविड-19 प्रभावी ढंग से नहीं दिख रहा है। केवल शिक्षण संस्थानों पर इसका प्रभाव देखा जा रहा है। एबीएसए इंद्रजीत ने कहा कि उनकी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। धरने पर सीता भारद्वाज सुनीता सैनी चंद्रकांता, संदीप सैनी, यामीन इदरीसी, ओम सिंह, संजीव कुमार, विवेक शर्मा, सुमित सिघल, मोहित शर्मा, बलबीर सैनी, दीपक, जयवर्धन सिंह आदि मौजूद रहे।