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डेंगू के आंकड़ों पर छिड़ी रार, खौफ की दुकान पर कड़ा प्रहार

डेंगू और डेंगू से जितनी भी मौत हो रही है सभी प्राइवेट उपचाराधीन मरीजों की हो रही है। सरकारी रिकार्ड में डेंगू पॉजिटीव 112 केस हैं और सभी जीवित हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 11:15 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 06:03 AM (IST)
डेंगू के आंकड़ों पर छिड़ी रार, खौफ की दुकान पर कड़ा प्रहार
डेंगू के आंकड़ों पर छिड़ी रार, खौफ की दुकान पर कड़ा प्रहार

सहारनपुर जेएनएन। डेंगू के मकड़जाल में आम आदमी उलझ गया है। उसकी जेब और जान दोनों पर ही डेंगू भारी पड़ रहा है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने तल्ख तेवर अपना लिए हैं। मरीजों की गलत रिपोर्ट देने वाली लैब पर प्रशासन ने ताले लगवा दिए हैं। डेंगू के नाम पर दुकानदारी बंद करने को स्वास्थ्य विभाग मैदान में उतर आया है। सीएमओ डा. बीएस सोढ़ी ने कहा कि डेंगू को लेकर खौफ फैलाया जा रहा है। कई निजी चिकित्सक मरीजों का डेंगू का खौफ दिखा कर दुकान चला रहे हैं। ऐसे डाक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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सहारनपुर में पसरे डेंगू के खौफ की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई है, जिसकी जांच की जा रही है। खुद प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहारनपुर आकर डेंगू का सच पता लगा रहे हैं। ऐसे में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीएस सोढ़ी ने बताया कि निजी डाक्टर्स की रिपोर्ट के अनुसार डेंगू से 85 से ज्यादा मौत हुई है। सभी की रिपोर्ट की जांच करवाई तो डेंगू पॉजिटिव एक भी नहीं पाया गया। ज्यादातर की टाइफाइड बिगड़ने, ब्रेन हैमरेज तथा हार्ट अटैक से मौत निकली है।

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तो यह है सच

स्वास्थ्य विभाग की पड़ताल का हवाला देकर सीएमओ डा. सोढ़ी कहते हैं कि प्राइवेट चिकित्सक डेंगू पॉजिटिव बताकर अपनी पंसद की लैब में जांच करवा रिपोर्ट मंगवाते हैं। सीएमओ ने बताया कि जिला अस्पताल की टीम ने डेंगू की जांच करवाई, जिसमें 112 केस पॉजिटिव मिले। सभी का इलाज जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में चल रहा है। अब सभी स्वस्थ्य हैं। इनमे से एक भी मौत नहीं हुई है। इसका एक ही कारण यह है कि सरकारी अस्पताल में बुखार होने पर मरीज को पैरासिटामोल टेबलेट दी जा रही हैं, जबकि प्राइवेट अस्पताल में उल्टी-सीधी गोली दी जा रही हैं, जिन्हें खाते ही मरीज उल्टी करने लगता है। तीमारदार के हाथ-पांव फुल जाते हैं। इसके बाद मरीज व तीमारदार वैसा ही करता है, जैसा चिकित्सक बताता है। सीएमओ ने अपील की कि यदि बुखार है तो सीधे सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं और उपचार करवाएं।

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24 लैब को करवा चुके हैं बंद

सीएमओ डा. बीएस सोढी ने बताया कि मरीजों की प्लेटलेट्स कम ज्यादा बताकर उल्टी-सीधी रिपोर्ट बताने वाली लैब पर भी स्वास्थ विभाग की नजर है। अभियान चला कर वह अब तक 24 लैब बंद करवा चुके हैं।


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