सहारनपुर के देवबंद में भाजपा नेता की दिनदहाड़े हत्या, किसानों के एकत्र होने से माहौल में तनाव
भाजपा नेता की हत्या से देवबंद विधानसभा क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया हत्याकांड को लेकर तेजी से जांच जारी है।
सहारनपुर, जेएनएन। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पुलिस बदमाशों पर भले ही अंकुश लगाने के प्रयास में है, लेकिन मामला पटरी पर नहीं आ रहा है। देवबंद में मंगलवार को दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष चौधरी यशपाल सिंह की हत्या कर दी। उनकी हत्या की सूचना मिलते ही मौके पर हजारों लोग एकत्र हो गए हैं। माहौल में तनाव को देखते हुए कई थाना की फोर्स को लगाया गया है।
भाजपा नेता की हत्या से देवबंद विधानसभा क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया हत्याकांड को लेकर तेजी से जांच जारी है। बदमाशों की तलाश के लिए यहां उत्तराखंड पुलिस व मुजफ्फरनगर पुलिस की मदद ली जा रही है। इसके साथ ही बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कई थानों का फोर्स जंगलों में कांबिंग के लिए लगाया गया है।
भाजपा नेता चौधरी यशपाल सिंह देवबंद से अपने गांव मिरगपुर लौट रहे थे। उनके बड़े भाई भाजपा नेता चौधरी शिव कुमार गांव मिरगपुर के प्रधान हैं। उनकी यशपाल सिंह की हत्या की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई। सीओ देवबंद चौब सिंह वर्मा व थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। बदमाशों ने गांव मानकी से जाने वाले रास्ते तल्हेडी खुर्द के पास घटना को अंजाम दिया है। सीओ चौब सिंह वर्मा ने बताया की हत्या के मामले में विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। वर्तमान में स्थिति को नियंत्रण करने के लिए कई थानों व क्राइम ब्रांच की फोर्स मौके पर बुलाई गई है।
भाजपा नेता की हत्या की सूचना मिलते ही स्थानीय भाजपा नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में घटनास्थल की ओर रवाना हुए हैं। भाजपा नेताओं की बढ़ती भीड़ को देखकर प्रशासन के होश उड़े हुए हैं। घटना को प्रधानी की रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। चौधरी यशपाल सिंह पूर्व में किसान मोर्चा सहित भाजपा में कई पदों पर आसीन रहे हैं। इससे पहले वह किसानों के लिए लड़ाई लड़ चुके थे। क्षेत्र में उनकी छवि किसान नेता के रूप में मानी जाती थी।
यशपाल के बेटे की ओर से गांव के ही छह लोगों के खिलाफ तहरीर दी गई है। यशपाल के बेटे अमित ने तहरीर में बताया कि आरोपित 2015 में हुए प्रधानी के चुनाव से ही उसके चाचा व पिता से रंजिश रखते थे। इसी रंजिश के चलते इन लोगों ने हत्या की है। एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि हत्या के आरोपितों को पकडऩे के लिए तीन टीमों का गठन किया है। घटना के पीछे प्रधानी की रंजिश बताई जा रही है, जिसमें मुकदमे भी दर्ज हुए थे।