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क्रेन से कुचल सफाईकर्मी की मौत, तोड़फोड़-आगजनी

---- मौके पर दिए साढ़े तीन लाख रुपये गुस्साए लोगों को समझाने के लिए जब नेता व अफसर बैठे तो उसमें तय हुआ कि श्रम विभाग की तरफ से हन्नी के आश्रितों को बतौर श्रमिक मुआवजा आठ लाख रुपये दो लाख रुपये क्रेन मालिक अमीर अहमद से तो एक लाख रुपये नगर निगम तथा 50 हजार रुपये जिला प्रशासन की तरफ से दिया जाना तय हुआ। स्टांप पर लिखित में दिया गया कि शासन से हन्नी के आश्रित को नगर निगम में नौकरी दिलवाई जाएगी। मौके पर ही क्रेन स्वामी के दो लाख रुपये नगर निगम से एक लाख रुपये व प्रशासन की तरफ से 50 हजार रुपये दिए गए तो लोग शांत हुए थे। ----किह

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 10:42 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 10:42 PM (IST)
क्रेन से कुचल सफाईकर्मी की मौत, तोड़फोड़-आगजनी
क्रेन से कुचल सफाईकर्मी की मौत, तोड़फोड़-आगजनी

सहारनपुर: रविवार सुबह बाइक से मंडी समिति रोड की ओर जा रहे सफाईकर्मी को क्रेन ने कुचल दिया। वाल्मीकि समाज ने सफाई कार्य ठप कर शव को बीच सड़क पर रख जाम लगा दिया। गुस्साई भीड़ ने क्रेन व पुलिस बेरियर में तोड़फोड़ कर आगजनी कर दी। भाजपा सांसद के सामने मुर्दाबाद के नारे लगाए। करीब तीन घंटे तक चले हंगामे के बाद मृतक आश्रित परिवार को नौकरी व साढ़े बारह लाख रुपये बतौर मुआवजा देने के आश्वासन दिया तो जाम खुला।

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थाना कुतुबशेर क्षेत्र की नंदपुरी कालोनी निवासी विनोद कुमार, उनकी पत्‍‌नी रीना नगर निगम में संविदा पर सफाईकर्मी हैं। उनका बेटा हनी (18) निगम के ठेकेदार के पास बतौर सफाईकर्मी काम कर रहा था। रविवार सुबह सात बजे हनी मंडी समिति पर पहुंचा तो क्रेन ने पीछे से टक्कर मार कर उसे कुचल दिया। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर वाल्मीकि समाज के नेता मौके पर पहुंच गए। थाना मंडी व थाना कुतुबशेर पुलिस पर क्रेन संचालकों से रुपये लेने का आरोप लगा कर हंगामा करना शुरू कर दिया। शव को मंडी समिति रोड पर रख कर जाम लगा दिया। एसपी सिटी विनीत भटनागर व एडीएम प्रशासन श्याम बहादुर सिंह, नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा कई थानों का फोर्स लेकर पहुंच गए। गुस्साए लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस की मौजूदगी में ही लकड़ी की टाल में भी आग लगा दी। हालात को बिगड़ता देख एसपी सिटी ने देहात के थानों से भी फोर्स मंगवा लिया। पार्षद मंसूर बदर और गठबंधन प्रत्याशी हाजी फजलुर्रहमान की भी भीड़ ने नहीं सुनी। कुछ ही देर में भाजपा सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक राजीव गुंबर, नगर अध्यक्ष राकेश जैन व हेमंत अरोड़ा भी पहुंच गए। भीड़ सरकारी नौकरी व मुआवजे में लाखों रुपये की मांग करने लगी। सांसद ने समझाने का प्रयास किया तो भीड़ ने भाजपा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। करीब एक घंटे तक चली वार्ता के बाद सरकारी नौकरी दिलवाने का आश्वासन व साढ़े बारह लाख रुपये मुआवजा देने के आश्वासन के बाद भीड़ शांत हुई, मगर इसी बीच कुछ युवकों ने अंबाला हाईवे पर टायर रख कर आग लगा दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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मौके पर दिए साढ़े तीन लाख रुपये

गुस्साए लोगों को समझाने के लिए जब नेता व अफसर बैठे तो उसमें तय हुआ कि श्रम विभाग की तरफ से हनी के आश्रितों को बतौर श्रमिक मुआवजा आठ लाख रुपये, दो लाख रुपये क्रेन मालिक अमीर अहमद से तो एक लाख रुपये नगर निगम तथा 50 हजार रुपये जिला प्रशासन की तरफ से दिए जाएंगे। मौके पर ही क्रेन स्वामी के दो लाख रुपये, नगर निगम से एक लाख रुपये व प्रशासन की तरफ से 50 हजार रुपये दिए गए तो लोग शांत हुए थे।

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इनका कहना है..

सफाईकर्मी हनी की मां रीना की तरफ से क्रेन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। क्रेन चालक नईम पुत्र अनीस निवासी मानकमऊ को जेल भेजा जा रहा है।

- विनीत भटनागर, एसपी सिटी।


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