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पिछले तीन वर्षों में बढ़ा है गन्ने का क्षेत्रफल : उपगन्ना आयुक्त

देवबंद में उपगन्ना आयुक्त डा. दिनेश्वर मिश्र ने कहा कि इस बार तीन लाख 16 हजार हेक्टेयर भूमि में किसानों ने गन्ने की फसल की बुवाई की है। परिणाम स्वरूप सहारनपुर मंडल में गन्ने के क्षेत्रफल में काफी बढ़ोतरी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 11:48 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:05 AM (IST)
पिछले तीन वर्षों में बढ़ा है गन्ने का क्षेत्रफल : उपगन्ना आयुक्त

सहारनपुर, जेएनएन। देवबंद में उपगन्ना आयुक्त डा. दिनेश्वर मिश्र ने कहा कि इस बार तीन लाख 16 हजार हेक्टेयर भूमि में किसानों ने गन्ने की फसल की बुवाई की है। परिणाम स्वरूप सहारनपुर मंडल में गन्ने के क्षेत्रफल में काफी बढ़ोतरी हुई है।

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बुधवार को त्रिवेणी शुगर मिल का निरीक्षण करने देवबंद पहुंचे डा. दिनेश्वर मिश्र ने बताया कि पापुलर की लकड़ी के उचित दाम न मिलने के चलते पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों ने फिर से गन्ने की तरफ रुख किया है। बताया कि पिछले दो वर्षों के भीतर 19 हजार हेक्टेयर की वृद्धि गन्ना बुआई के मामले में हुई है। इससे साफ पता चलता है कि सरकार ने भले ही गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी नहीं की, फिर भी गन्ना उत्पादक किसानों का मोह गन्ने से कम नहीं हुआ है। डा. दिनेश्वर मिश्र ने बताया कि सर्वाधिक किसान कोजा 238 गन्ना प्रजाति की बुवाई कर 1500 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक गन्ना उत्पादन कर रहे हैं। इस प्रजाति में चीनी भी 13 प्रतिशत तक प्राप्त होती है। इस प्रजाति के गन्ने में अगोला कम होता है। इसलिए 90 फीसदी किसान इसी प्रजाति के गन्ने की बुवाई कर रहे हैं। कुछ किसान तो ट्रेंच विधि से बुवाई कर दोहरा लाभ भी कमा रहे हैं, क्योंकि वह गन्ने के साथ-साथ सरसो आदि फसलों की बुवाई भी कर लेते हैं जो कम समय में पक जाती है।


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