टूटते जर्जर तार बने राहगीरों के लिए मुसीबत
नानौता में विभागीय अधिकारियों की शिथिलता के चलते चालू विद्युत सप्लाई के दौरान बिजली के तार टूट कर गिर जाने से राहगीरों में भगदड़ मच गई। भयंकर हादसा होते-होते बच गया। ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे समय से जर्जर हो चुके इन तारों को बदले जाने की मांग किए जाने के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सहारनपुर, टीम जागरण। नानौता में विभागीय अधिकारियों की शिथिलता के चलते चालू विद्युत सप्लाई के दौरान बिजली के तार टूट कर गिर जाने से राहगीरों में भगदड़ मच गई। भयंकर हादसा होते-होते बच गया। ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे समय से जर्जर हो चुके इन तारों को बदले जाने की मांग किए जाने के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि रविवार की सुबह लगभग 6 बजे क्षेत्र के गांव कचराई में उस समय ग्रामीणों में भगदड़ मच गई जब गांव के चौराहे के निकट बनी म्हाडी के पास लगे ट्रांसफार्मर से चालू विद्युत सप्लाई के दौरान बिजली के तार टूट कर गिर गए?
बताया जाता है कि यह तो सौभाग्य की बात रही की टूटने से पहले तारों से उठी चिगारी को देखकर वहां से गुजर रही कुछ ग्रामीण महिलाओं ने भागकर जान बचाई वरना बहुत बड़ा हादसा हो जाता।
ग्राम प्रधान अंजू देवी व उनके पति राजू फौजी ने आरोप लगाते हुए बताया कि टूटकर गिरे इन तारों को जोड़े जाने के संबंध में जब विभाग के एक अधिकारी को फोन किया तो बजाय संतोषजनक जवाब देने के उसने अभद्रता से बात की जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में भी गांव के कुछ क्षेत्र में जर्जर हो चुके तारों को बदले जाने की कई बार मांग की गई लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा समस्या का समाधान करने में कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कहा कि यदि जर्जर तारों को नहीं बदला गया तो भविष्य में कभी भी भयंकर हादसा हो सकता है।