भाजपा सरकार कर रही किसानों की दिक्कतों की अनदेखी: टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचला गया है। जब तक केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
सहारनपुर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में जिस तरह किसानों को खुलेआम कुचला गया है, तब तक केंद्रीय राज्य मंत्री अरविद सिंह टेनी को मंत्री पद से हटाकर बर्खास्त नहीं किया जाता है, तब तक भाकियू का आंदोलन जारी रहेगा।
रविवार को लखीमपुर खीरी से अपने गांव सिसौली जाते हुए भारतीय किसान यूनियन के पूर्व मंडल महासचिव वरिष्ठ नेता चौधरी जगपाल सिंह के यहां ठहरे राकेश टिकैत ने आंदोलन में भाग लेने के लिए कार्यकर्ताओं का आभार जताया। कहा कि पिछले एक वर्ष से दिल्ली में किसानों का आंदोलन जारी है, लेकिन कृषि कानून को केंद्र सरकार नहीं हटा रही है। जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिया जाएगा, धरना जारी रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा लखीमपुर खीरी में किसानों की खुलेआम कुचलकर हत्या कर दी गई। केंद्र व प्रदेश सरकार आंखें बंद कर किसानों की हत्याओं को देख रही है। उन्होंने कहा लखीमपुर खीरी में मृतक किसानों की अस्थियों की कलश यात्रा प्रत्येक मंडल में ले जाई जाएगी और किसानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। इससे पूर्व चौधरी जगपाल सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय प्रवक्ता का स्वागत किया गया। उन्होंने चौधरी जगपाल सिंह सहित सभी भाकियू कार्यकर्ताओं से अलग-अलग परिचय लेकर उनसे बातचीत की और संगठन को मजबूत करने के लिए सभी से एकजुट होने की अपील की।
पर्यावरण संरक्षण के लिए
यज्ञ महत्वपूर्ण: शास्त्री
संवाद सूत्र, तल्हेड़ी बुजुर्ग: रविवार को अंबोली के भक्ति स्मृति विद्या मंदिर स्कूल में आर्य समाज के तत्वावधान में घर-घर यज्ञ हर घर यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्रवचन करते हुए आचार्य प्रियव्रत शास्त्री ने कहा कि प्रदूषित वातावरण जहां पूरी मानवता के लिए खतरा बन रहा है, वहीं सांस्कृतिक प्रदूषण ने हमारे संस्कारों को छिन-भिन्न कर दिया है। भौतिकवाद छोड़कर हमे अपने बच्चों को संस्कारवान बनाना होगा और महर्षि स्वामी दयानन्द के बताए रास्ते पर चलते हुए देश व समाज को मजबूत करना होगा । आचार्य हेम सिंह, आचार्य शताक्ष आर्य, मुकेश आर्य, अंगद आर्य आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। शैली आर्या भजनोपदेशक मंडली ने भजन सुनाए। वयोवृद्ध लोकतन्त्र सेनानी रतिराम आर्य,विनय आर्य, नीरज आर्या,अजब सिंह आर्य, विपिन आर्य, दिनेश आर्य, जगदीश, अरविद आदि मौजूद रहे।