सहारनपुर हिंसा के जिम्मेदार भीम आर्मी और राजनीति: गृह सचिव
गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्र ने कहा कि भीम आर्मी, राजनीति व अपराधियों के गठजोड़ ने सहारनपुर हिंसा की साजिश रची।
सहारनपुर (जागरण संवाददाता)। सहारनपुर जिले में जातीय हिंसा की जांच करने पहुंची मुख्यमंत्री की विशेष टीम के अध्यक्ष व गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्र ने कहा कि भीम आर्मी, राजनीति व अपराधियों के गठजोड़ ने सहारनपुर हिंसा की साजिश रची। अफसरों की लापरवाही ने इस आग में घी डाल दिया।
शनिवार को दैनिक जागरण विचार मंच में आए गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्र व मेरठ जोन के एडीजी आनंद कुमार ने खुलकर बात की। गृह सचिव ने कहा कि भीम आर्मी का संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण हिंसा का आरोपी है। साथ ही बसपा व कांग्रेस से जुड़े कुछ नेताओं ने स्थानीय निकाय व लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वोट के ध्रुवीकरण के लिए हिंसा की साजिश रची। इसमें कई बड़े गैंग की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
गृह सचिव ने बताया कि पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही से साजिश परवान चढ़ गई। नतीजतन, सहारनपुर जिले में हिंसा भड़क गई। पुलिस-प्रशासन व खुफिया तंत्र बेहद कमजोर रहा। पुलिस ने हर मौके पर कार्रवाई के बजाय इंतजार किया। इसके लिए कुछ अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई भी हुई है। निवर्तमान डीएम व एसएसपी ने मायावती के बड़े कार्यक्रम से भी शासन को अनभिज्ञ रखा।
मायावती के साथ केवल पांच-छह लोगों के शब्बीरपुर जाने की बात कही गई, पर मायावती शक्ति-प्रदर्शन को लेकर दोनों अफसरों ने गंभीरता नहीं बरती। मायावती के बड़े कार्यक्रम के बारे में जानकारी हमें मिलती तो सहारनपुर की सीमा में ही घुसने नहीं देते। मायावती के शब्बीरपुर आने से पहले और जाने के बाद हिंसा भड़की।
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राहुल गांधी के शब्बीरपुर जाने पर बवाल की आशंका थी, इसलिए उन्हें भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हालात देखकर अपना पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम निरस्त कर दिया। गृह सचिव ने अपील की कि शांति के लिए सभी दलों के नेताओं को पहल करनी चाहिए। जांच में पारदर्शिता लाने के लिए एसआइटी को लगाया गया है।
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