बैंकों के विलय के विरोध में कर्मचारियों का प्रदर्शन
केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों व बैंकों के विलय के विरोध में विभिन्न बैंक कर्मचारी यूनियन ने नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया।
सहारनपुर, जेएनएन। केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों व बैंकों के विलय के विरोध में विभिन्न बैंक कर्मचारी यूनियन ने नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार की जनविरोधी व कामगार विरोधी नीतियों के विरोध में आठ जनवरी को देश भर में 25 करोड़ से अधिक मजदूर व कामगार हड़ताल पर रहेंगे।
शुक्रवार शाम सोफिया मार्केट स्थित पंजाब नेशनल बैंक सिविल लाइन पर यूपी बैंक इम्पलाइज यूनियन, बैंक इम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया बैंक आफीसर्स एसोएशन, इंडियन नेशनल बैंक इंप्लाइज फेडरेशन एवं इंडियन नेशनल बैंक आफीसर्स कांग्रेस के तत्वावधान सैकड़ों कर्मचारी एकत्र हुए। यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के सचिव प्रदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आगे बढ़ाई जा रही आक्रामक कामगार विरोधी श्रम नीतियों के बारे में कामगारों के राष्ट्रीय सम्मेलन में तय किया गया था कि विभिन्न मांगों को लेकर आठ जनवरी को राष्ट्रीय सार्वभौम हड़ताल रहेगी। सरकार श्रम कानूनों को नियोक्ता वर्ग के पक्ष में परिवर्तित करने के प्रयास में है, ऐसे में सरकार की नीतियों का विरोध जरूरी हो गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव कुमार जैन ने कहा कि अप्रैल-2010 के बाद भर्ती कर्मचारी पेंशन लाभ से वंचित है। पांच दिवसीय बैंकिग की मांग को सरकार द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों में आशीष कुमार, अजय कर्णवाल, राजेश अरोड़ा, वीर कुमार जैन, अतुल चोपड़ा, संजीव कुमार शर्मा, ओपी शिवा, राहुल कपिल, विवेक कुमार, शांति स्वरूप अरोड़ा, राजकुमार शर्मा, रोहित कांबोज, कविता, विमलेश, रीना गुप्ता, संजीव कुमार, मो.आरिफ, यशपाल सिंह, गौरव सिंह, जितेंद्र कुमार जैन, अतुल सिघल, सचिन सैनी, विकास चौहान, अमित भारद्वाज, सुरेश सिंह आदि उपस्थित रहे।