सड़कों पर सन्नाटा, कोई नहीं भूखा
लॉकडाउन के सात दिन गुजर चुके हैं। सहारनपुर जनपद के लिए अब तक राहत है न तो कोई नया संदिग्ध सामने आया है न ही किसी कि रिपोर्ट लंबित है। देश में लॉक डाउन घोषित किए जाने के बाद लोगों ने अपने आप को पूरी तरह घरों में कैद कर लिया है।
सहारनपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के सात दिन गुजर चुके हैं। सहारनपुर जनपद के लिए अब तक राहत है, न तो कोई नया संदिग्ध सामने आया है, न ही किसी कि रिपोर्ट लंबित है। देश में लॉक डाउन घोषित किए जाने के बाद लोगों ने अपने आप को पूरी तरह घरों में कैद कर लिया है। पुलिस-प्रशासन लोगों को सड़कों पर आने से रोकने में मुस्तैद है। सुरक्षा के दृष्टिगत जनपदवासियों की समस्याओं के निदान तथा होम डिलीवरी का पालन कराने के लिए ड्रोन कैमरे से पूरी तरह नजर रखी जा रही है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है, इक्का-दुक्का वाहन ही चल रहे हैं। हालांकि मजदूरी के लिए अपने घरों से दूर दूसरे राज्यों में गए लोगों के जत्थे भूखे प्यासे पैदल ही अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा फंसे लोगों के ठहरने के लिए राधा स्वामी सत्संग व्यास पिलखनी में आश्रय स्थल बनाया गया है। साथ लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए बस सेवा भी शुरू की गई है। गरीब, मजदूर व बेसहारा लोगों तक राशन व भोजन पहुंचाने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉक डाउन का असर साफ दिखाई दे रहा है। मुख्य बाजारों से लेकर गली मोहल्लों तक की वह सभी दुकानें पूरी तरह बंद हैं। आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़ शहर के भीड़भाड़ वाले सभी बाजार पूरी तरह बंद हैं। प्रशासन द्वारा आवश्यक वस्तुओं के लिए होम डिलीवरी की व्यवस्था किये जाने के कारण अब खरीदारी की छूट के समय लोगों की भीड़ भी नहीं जुट रही है। प्रशासन की सख्ती व व्यवस्था के रविवार को को बाजारों में कम भीड़ नजर आई। खरीदारी वाले स्थानों, मेडिकल स्टोर आदि पर शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए एक-एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाए गए हैं। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह व एसएसपी दिनेश कुमार पी दिन रात सड़कों पर घूमकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। शनिवार की रात दोनों अधिकारियों ने अंबाला रोड से आने वाले प्रवासियों को देखते हुए पिलखनी स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास में उनके रहने खाने की व्यवस्था भी की है।