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तीन दिन से अंधेरे में डूबा है औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी

यूपीएसआइडीसी का औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी पिछले तीन दिन से पूरी तरह ठप पड़ा है। यहां रखे ट्रांसफार्मर में तीन दिन पूर्व ब्लास्ट हो गया था। औद्योगिक केंद्र को चालू करने के लिए देहरादून से लाया गया ट्रांसफार्मर भी काम नहीं कर रहा है। उद्यमियों का कहना है कि बिजली न होने का असर उत्पादन पर तो पड़ता ही है। ऐसे में इंडस्ट्री में काम न होने से श्रमिकों का भार उन पर पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:49 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:49 PM (IST)
तीन दिन से अंधेरे में डूबा है औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी
तीन दिन से अंधेरे में डूबा है औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी

सहारनपुर, जेएनएन। यूपीएसआइडीसी का औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी पिछले तीन दिन से पूरी तरह ठप पड़ा है। यहां रखे ट्रांसफार्मर में तीन दिन पूर्व ब्लास्ट हो गया था। औद्योगिक केंद्र को चालू करने के लिए देहरादून से लाया गया ट्रांसफार्मर भी काम नहीं कर रहा है। उद्यमियों का कहना है कि बिजली न होने का असर उत्पादन पर तो पड़ता ही है। ऐसे में इंडस्ट्री में काम न होने से श्रमिकों का भार उन पर पड़ रहा है।

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यूपीएसआइडीसी के औद्योगिक क्षेत्र पिलखनी में 16 जून को ब्लास्ट हो गया था। उसके बाद संबंधित अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक भी यह चालू नहीं हो पाया है। उद्यमी आरके धवन का कहना है कि करीब 11 महीने पहले भी ट्रांसफार्मर के कारण पूरा औद्योगिक क्षेत्र लगभग अंधकार में डूबा रहा। अनेक पत्राचार होने के बावजूद लगभग 20 दिन बाद विद्युत आपूर्ति सुचारू हो सकी थी। धवन का कहना है कि विद्युत सप्लाई नहीं होने के कारण तब भी श्रमिकों का भार उन पर पड़ा था। अब एक बार फिर वही स्थिति बनती नजर आ रही है। वरिष्ठ उद्यमी अनुप खन्ना व युवा उद्यमी सागर भटनागर ने कहा की विद्युत सप्लाई न होने के कारण उत्पाद की गुणवत्ता भी गिर जाती है। बैंक का ब्याज बढ़ता चला जाता है। सुनील सैनी ने कहा की विद्युत आपूर्ति सुचारू न होने से उद्यमी और श्रमिकों के बीच भी तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न होने लगी। अमित देवरानी का कहना है कि विद्युत सप्लाइ सुचारू न होने से प्राप्त ऑर्डर समय से पूरा करने में दिक्कत आएगी। सुमित चौधरी का कहना है कि उनका काम निर्यात से संबंधित है। यहां उनकी वुड कार्विंग से संबंधित एक मात्र इकाई ही है। ऐसी परिस्थिति में उनके पास विदेशों से प्राप्त ऑर्डर इस कारण पूरे नहीं हो पाएंगे तो काफी नुकसान होगा। उद्यमी संजय यादव, डीके बंसल, साजिद, मुकेश शर्मा आदि उद्यमियों ने भी रोष जताया।

इस संबंध में बंसल टेक्नोक्रेट प्राइवेट लिमिटेड में आहूत बैठक में अधीक्षण अभियंता असलम हुसैन, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ओमप्रकाश, राजू अग्रवाल, एसडीओ प्रदीप यादव आदि के साथ उद्यमियों की एक बैठक भी हुई, जिसमें सुझाव दिया गया कि पूरे औद्योगिक क्षेत्र की किसी सक्षम तकनीकी एजेंसी से अध्ययन करा समस्याओं का विशेष रूप से ट्रांसफार्मर की समस्या की रिपोर्ट ली जाए। जब तक समस्या का समाधान नहीं होता तब तक एक ट्रांसफर स्टैंडबाई मोड़ पर क्षेत्र के सब स्टेशन पर उपलब्ध कराया जाए।


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