जिले में 922.49 करोड़ से लगजाएंगे नए उद्योग
सहारनपुर : आजादी के बाद उद्योगों के मामले में सहारनपुर का नाम प्रदेश में दूसरे नंबर पर अ
सहारनपुर : आजादी के बाद उद्योगों के मामले में सहारनपुर का नाम प्रदेश में दूसरे नंबर पर आता था। इसके बाद नए उद्योग लगना तो दूर पुराने उद्योग भी शासन प्रशासन की गलत नीतियों के चलते बंद होते रहे। लंबे अर्से के बाद एक बार फिर सहारनपुर में उद्योगों पंख लगने जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने लखनऊ में होने वाली इनवेस्टर समिट के लिए जिले से 922.49 करोड़ के 18 प्रस्ताव भेजे हैं। इन प्रस्तावों को हरी झंडी मिली तो लंबे समय के बाद जिले में औद्योगिक वातावरण तैयार होगा।
प्रदेश में औद्योगिक वातावरण बनाने के लिए पहली बार शासन स्तर पर इनवेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। इस समिट को लेकर उद्यमियों व इनवेस्टरों में भी खासा जोश है। अकेले सहारनपुर जनपद से 922.49 करोड़ रुपये के विभिन्न योजनाओं के 18 प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। इनमें 116 करोड़ रुपये से केन मोलासिस बेस्ट डिस्टलरी, वुडन हैंडीक्राफ्ट इकाई, रीसाइकीलिंग आफ वेस्ट एंड मेन्यूफैक्च¨रग, डेयरी मशीनरी इंडस्ट्रीज आदि के प्रस्ताव भेजे गए हैं। एक महीना पहले तक मुख्य विकास अधिकारी संजीव रंजन की ओर से 232 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं के 9 प्रस्ताव भेजे गए थे। मगर इसके प्रचार प्रसार के चलते यह बढ़कर 922.49 करोड़ रुपये के प्रस्ताव हो गए हैं।
लखनऊ समिट के लिए बुलाए गए उद्यमी
1- दीपशिखा गर्ग, डायरेक्टर जेबीएन टैक्सटाइल प्राइवेट इंडिया लिमिटेड।
2- दीपशिखा गर्ग, डायरेक्टर बाल एवं समाज कल्याण समिति बेहट रोड।
3- कृष्ण राजीव ¨सघल, स्किल्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल।
4-श्रीमती मीना ¨सह, डायरेक्टर मैसर्स दयाल बैवरेजर्स प्राइवेट लिमिटेड टपरी।
5-नराता राम, डायरेक्टर हितकारी गैस प्राइवेट लिमिटेड।
6-सुनील सैनी, कैमले हर्बल प्राइवेट लिमिटेड।
7-संजय यादव, कैन वुड फूड्स एंड बैवरेज पिलखनी।
8-रामजी सुनेजा, सहारनपुर हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट सेंटर।
9-प्रमोद सड़ाना, सुहाग एग्रो, कामधेनु कांप्लेक्स।
10- सुधाकर अग्रवाल, डायरेक्टर इंडियन हर्ब्स प्राइवेट लिमिटेड।
11- डा. शालू बंसल, सैफेयर इंटरप्राइजेज।
12-सचिन गोयल, नार्दर्न इंफेचर डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड।
13-मंजीत ¨सह अरोड़ा, सहारनपुर टैक्सजोन।
14- कुलदीप धमीजा, सहारनपुर फूड प्रोसे¨सग पार्क।
15- अजय कुमार पालीवाल, जय गंगा मिल्क प्रोडक्ट।
16- उदय भारती, सर्वोदय मिल्क प्रोडक्ट।
17-सतीश कुमार, एसएन टेक्नोलोजी, सर्विस एंड सोल्यूसन।
18 -डीएस, सैनवाल, भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड।
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इन उद्योगों के लिए होगा इनवेस्टमेंट
-रीसाईकीलिंग आफ वेस्ट एंड मेन्यूफैक्च¨रग।
-प्लास्टिक प्रोडक्टस।
-कारपेट बीबिंग एंड डिस्पले सेंटर।
-फैब्रीकेशन आफ प्रोडक्ट्स।
-डेयरी मशीनरी इंडस्ट्रीज।
-एलपीजी गैस रिफ¨लग एंड स्टोरेज।
-डिटरजेंट पाउडर।
-डिटरजेंट केक।
-मस्टर आयल।
-आटा, मसाले, फ्रूट जूस, वुडन हैंडीक्राफ्ट।
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-प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा यह प्रयास सराहनीय है। इससे निश्चित ही उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। परंतु देखने वाली बात यह है कि शासन की इस मंशा को जिला स्तर अधिकारी कितना सहयोग करेंगे।
रामजी सुनेजा, उद्यमी एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आइआइए।
-लखनऊ में होने वाली इनवेस्टर समिट को लेकर प्रदेश सरकार की मंशा तो ठीक है परंतु यह देखना होगा कि इसमें से कितने वादे पूरे होते हैं। पहली बार ऐसा आयोजन हो रहा है तो वह भी इसमें जा रहे हैं।
कृष्ण राजीव ¨सघल, चैप्टर चेयरमैन आइआइए सहारनपुर।
-युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से सरकार ने उद्योगों को बढ़ावा देने की जो योजना बनाई है वह वाकई काबिले तारीफ है। सरकार की इस योजना को अधिकारी भी पूरी ईमानदारी के साथ सहयोग करेंगे तो ही इसका लाभ है।
सुधाकर अग्रवाल, डायरेक्टर इंडियन हर्ब्स।
-स्थानीय उद्यमियों द्वारा तो इनवेस्ट के लिए प्रस्ताव दिये ही गए हैं। परंतु इस समिट का सहारनपुर को तभी लाभ होगा यदि बाहर के बड़े उद्यमी भी यहां आकर अपनी औद्योगिक यूनिट लगाएं।
प्रमोद सड़ाना, उद्यमी।
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इनका कहना है...
शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए इनवेस्टर समिट की जो पहल की गयी है, उसके लिए जनपद के उद्यमियों में उत्साह है और उन्होंने 900 करोड़ से अधिक के प्रस्ताव विभिन्न इकाईयों के लिए दिये हैं।
संजीव रंजन, सीडीओ सहारनपुर।
लखनऊ में होने वाले इनवेस्टर समिट के लिए जिला स्तर पर जिलाधिकारी के नेतृत्व में सभी अधिकारियों ने प्रयास किये हैं और सभी की मदद से 922 करोड़ रुपये के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। कल्पना, उपायुक्त उद्योग सहारनपुर मंडल।