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खाकी को अलविदा कह गई थ्री-नॉट-थ्री रायफल

सन 1914 पहले विश्व युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाली थ्री-नॉट-थ्री रायफल को थानों से समेटना शुरू कर दिया है। अगले आठ दिन में इन रायफल की जगह इंसास पहुंच रही है। अब पुलिस इंसास लेकर गश्त करती हुई नजर आएगी। जिले में करीब 650 थ्री-नॉट-थ्री रायफल हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 11:32 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 06:10 AM (IST)
खाकी को अलविदा कह गई थ्री-नॉट-थ्री रायफल
खाकी को अलविदा कह गई थ्री-नॉट-थ्री रायफल

सहारनपुर जेएनएन। शताब्दी से भी अधिक के सेवाकाल के बाद आखिरकार थ्री-नॉट-थ्री रायफल अब सेवानिवृत्त हो जाएगी। कई दशकों तक खाकी के कंधों पर शौर्य का प्रतीक रही थ्री-नॉट-थ्री रायफल महज आठ दिनों के भीतर इतिहास बन जाएगी। सन 1914 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाली थ्री-नॉट-थ्री रायफल को थानों से वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अगले आठ दिन में थानों में इनकी जगह इंसास राइफल दी जाएंगी। सहारनपुर में करीब 650 थ्री-नॉट-थ्री रायफल हैं।

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दो किलोमीटर की मारक क्षमता वाली थ्री-नॉट-थ्री का समृद्ध इतिहास है। यह रायफल सेना के लिए तैयार की गई थी। इसका प्रथम विश्व युद्ध में प्रयोग किए जाने के बाद पुलिस विभाग को सौंप दी गई थी। दशकों तक पुलिसकर्मियों के कांधों को विभूषित करने वाली थ्री-नॉट-थ्री को प्रदेश सरकार ने थानों से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इनके स्थान पर इंसास पुलिसकर्मियों को सौंपी जा रही है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने की मंशा से थ्री-नॉट-थ्री की जगह इंसास की खेप सहारनपुर सहित पूरे प्रदेश में भिजवा दी है।

देने लगीं थी धोखा

विगत 15 मार्च 2016 थ्री-नॉट-थ्री रायफल लेकर पुलिस लाइन से दो सिपाही कुख्यात वाजिद उर्फ काला को पेशी पर विकास नगर कोर्ट ले गए थे। पेशी के बाद बस से लौटते हुए जब वह थाना मिर्जापुर क्षेत्र में पहुंचे तो बाइक सवार बदमाशों ने महज तमंचे से आतंकित कर वाजिद काला को छुड़वा लिया था। दोनों सिपाहियों ने थ्री-नॉट-थ्री चलाने का प्रयास किया लेकिन वह चल नहीं सकी। नतीजतन तत्कालीन एसएसपी आरपीएस यादव ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया था।

यह थी खासियत

प्रभावी मारक क्षमता 503 मीटर

अधिकतम मारक क्षमता 2,743 मीटर

वजन 4 किलो 19 ग्राम

मजबूत धातु से तैयार की गई रायफल

बेहतरीन ग्रिप और अचूक निशाना

इनका कहना है..

थानों को आठ दिन का वक्त दिया गया है। जिसके तहत थानों को पूर्व में आवंटित की गई 650 थ्री-नॉट-थ्री को पुलिस लाइन शस्त्र गृह में जमा करवाया जाएगा। इसके स्थान पर इंसास की खेप थानों पर भेजी जा रही है।

दिनेश कुमार पी, एसएसपी।


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