नरक चतुर्दशी पर घरों में हुआ पूजन
शुक्रवार को नरक चतुर्दशी पर घरों में विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई।
रामपुर, जेएनएन : शुक्रवार को नरक चतुर्दशी पर घरों में विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। शाम को लोगों ने घरों में यम का पूजन कर दीप जलाकर घर के द्वार पर रखा। इससे पूर्व लोगों ने अपने-अपने घर, दुकान आदि को फूलों और बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से काफी खूबसूरत ढंग से सजाया। शाम होते ही पूरा शहर रोशनी से जगमगाने लगा। रात में लोगों ने घर की छत, आंगन, पार्क आदि में जाकर आतिशबाजी की। बच्चों में दीपावली को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। साथ ही इस बार प्रदूषण को देखते हुए लोग ग्रीन पटाखे ही जला रहे हैं।
नरक चतुर्दशी के अवसर पर लोगों ने सुबह घरों की सफाई की। पूजा स्थल को फूलों, बिजली की रंग बिरंगी झालर, कंडील आदि से सजाया गया। नरक चतुर्दशी पर शाम को विधि-विधान के साथ यमराज का पूजन कर दीया जलाकर घर के द्वार पर रखा।
इसके अलावा मंदिरों में भी विधि-विधान के साथ पूजन किया गया। इस अवसर पर दुर्गा देवी ज्वाला जी शक्ति दरबार के महंत पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने बताया कि नरक चतुदर्शी को छोटी दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन शाम को विधि-विधान के साथ यम का पूजन कर घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाकर रखा जाता है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि इस दिन श्री कृष्ण जी ने नरकासुर राक्षस का वध किया था। उसकी कैद में 16,100 कन्याएं थीं। नरकासुर के वध के बाद इन सभी कन्याओं को मुक्त कराने की खुशी में भी छोटी दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।