जनचौपाल में छाया रहा कब्रिस्तान की भूमि का मुद्दा
रामपुर। बिलासपुर में अधिकारियों ने क्षेत्र के गांव मुल्ला खेड़ा में जनचौपाल लगाकर फरियादियों की जन समस्याओं को सुना। चौपाल में कब्रिस्तान की भूमि का मुद्दा छाया रहा। दर्जनों ग्रामीणों ने गांव में कब्रिस्तान की भूमि आवंटित कराने की मांग की।
रामपुर। बिलासपुर में अधिकारियों ने क्षेत्र के गांव मुल्ला खेड़ा में जनचौपाल लगाकर फरियादियों की जन समस्याओं को सुना। चौपाल में कब्रिस्तान की भूमि का मुद्दा छाया रहा। दर्जनों ग्रामीणों ने गांव में कब्रिस्तान की भूमि आवंटित कराने की मांग की।
शनिवार को गांव मुल्लाखेड़ा में जिलाधिकारी ने जन समस्याओं के निस्तारण हेतु चौपाल लगाने की बात कही थी, जिसकी तहसील प्रशासन तैयारियां में लगा हुआ था। इसी बीच गांव में डीएम का कार्यक्रम निरस्त होने पर तहसील के अधिकारियों ने जन समस्याओं को सुना। शनिवार की शाम चार बजे एसडीएम अशोक चौधरी के नेतृत्व में अधिकारी गांव पहुंचे। यहां अधिकारियों ने ग्रामीणों की जन समस्याओं को सुना। उनकी समस्याओं को जल्द निस्तारण कराने का आश्वासन दिया। उधर एक समुदाय के दर्जनों ग्रामीण एकत्रित होकर पहुंचे और उनके द्वारा अधिकारियों से कब्रिस्तान की भूमि आवंटित कराने की मांग रखी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में समुदाय के दो सौ परिवार रहते हैं। लेकिन, गांव में कब्रिस्तान नहीं है। ग्रामीणों को मजबूरन मृतकों को लेकर डेढ़ किलोमीटर दूर दूसरे गांव पंजाब नगर में जाना पड़ता है। अब उस गांव के ग्रामीणों ने दफन को लेकर आपत्ति जताना शुरू कर दी है। जिससे ग्रामीणों को समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। अपनों के दफन के लिए उनके पास जगह तक नहीं है। एसडीएम ने गांव की इस प्रमुख समस्या पर संज्ञान लेते हुए एक सप्ताह के भीतर कब्रिस्तान की भूमि आवंटित कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान तहसीलदार रणविजय सिंह, नायब तहसीलदार अमर पाल सिंह, खंड विकास अधिकारी रिजवान हुसैन, खंड शिक्षाधिकारी विजय कुमार, एडीओ पंचायत वीरसिंह दिवाकर , ग्राम पंचायत अधिकारी शाकिब खां आदि मौजूद रहे।