रामपुर में 17 करोड़ का निवेश करेंगे उत्तराखंड के उद्यमी
भास्कर सिंह रामपुर एक समय था जब जिले के उद्यमी फैक्ट्री लगाने के लिए उत्तराखंड को तरजीह देते थे।
भास्कर सिंह, रामपुर : एक समय था, जब जिले के उद्यमी फैक्ट्री लगाने के लिए उत्तराखंड को तरजीह देते थे। लेकिन, अब स्थिति इसके विपरीत हो गई है। उत्तराखंड के उद्यमी फैक्ट्री लगाने के लिए रामपुर आ रहे हैं। इन उद्यमियों ने जिला उद्योग केंद्र में 17 करोड़ की लागत के प्रस्ताव भेजे हैं। इनमें दो प्रस्ताव राइस मिल लगाने के आए हैं। दो प्रस्ताव वुड बेस इंडस्ट्री के मिले हैं, जबकि एक-एक प्रस्ताव स्टेशनरी और दवा निर्माण इकाई से संबंधित है। इन प्रस्तावों में उत्तराखंड के उद्यमियों ने बिलासपुर और केमरी क्षेत्र में फैक्ट्रियां लगाने की मंशा जताई है। दो वर्ष में लग गईं 150 फैक्ट्रियां
व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई सरकार की स्टार्ट अप इंडिया योजना ने एक बार फिर जिले में औद्योगिक इकाइयों की तादाद बढ़ा दी है। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त एसके शर्मा की मानें तो यहां 700 करोड़ की लागत से दो साल में छोटी-बड़ी करीब 150 नई इकाइयां लग चुकी हैं। उत्तराखंड के उद्यमियों की ओर से छह इकाइयों के प्रस्ताव आए हैं। इनमें 17 करोड़ की लागत आएगी। नए उद्योग लगने से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके गुप्ता बताते हैं कि किसी समय कानपुर के बाद रामपुर में सबसे ज्यादा औद्योगिक इकाइयां थीं। चीनी मिल, कपड़ा मिल, मोदी जिराक्स, शिवा पेपर मिल जैसी बड़ी फैक्ट्रियां हजारों लोगों को रोजगार देती थीं। इनके बंद होने से बेरोजगारी बड़ी समस्या हो गई थी। लोग रोजगार की तलाश में दूसरे शहरों में जाने के लिए मजबूर हो गए थे। सरकार की अच्छी नीतियों के कारण अब फिर
से यहां फैक्ट्रियां लग रही हैं। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। सरकार दे रही ये सहूलियतें
- स्टाम्प शुल्क पर 75 फीसद की छूट
- इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी में 10 साल के लिए छूट
- एसजीएसटी में पांच साल के लिए छूट
- पूंजी उपादान में पांच साल के लिए पांच फीसद वार्षिक छूट
- मंडी शुल्क में पांच वर्ष के लिए शत-प्रतिशत छूट