बरेली से फिर रामपुर लौटे नेपाल के जंगली हाथी, आम के बाग में मचाया उत्पात
नेपाल से आए हाथी फिर से रामपुर जिले की सीमा में आ गए हैं। हाथियों ने आम के बाग में जमकर उत्पात मचाया। दर्जनों पेड़ों को तहस-नहस कर दिया।
रामपुर, जेएनएन। नेपाल के जंगलों के रास्ते बरेली और रामपुर में घुसे दो जंगली हाथी कल भैंसोड़ी व मंडलपुर गांव के बीच में एक बाग में देर शाम तक देखे गए थे। आज सुबह दोनों जंगली हाथी बिलासपुर तहसील के ग्राम रठौण्डा पहुंच गए।
सुबह से इन हाथियों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। यह दोनों हाथी देर रात करीब 11 बजे क्षेत्र के ग्राम धर्मपुरा से निकलते हुए भी देखे गए थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को खेत न जाने की सलाह दी। रामपुर, बरेली व बदायूं वन विभाग की टीम भी मौके पर है। हाल ही में हुई बारिश के कारण खेतो में पानी भरा है। इसके चलते वन विभाग की टीम को हाथियों को भगाने में सफलता नही मिल पा रही है।
नेपाल से आए हाथी फिर से रामपुर जिले की सीमा में आ गए हैं। हाथियों ने कल आम के बाग में जमकर उत्पात मचाया। दर्जनों पेड़ों को तहस-नहस कर दिया। मौके पर पहुंची बरेली वन विभाग की टीम ने लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी और उन्हें जंगल में जाने से रोका।
नेपाल के दो हाथी नरखेड़ा गौटिया के जंगल में जाने के बाद गुरुवार रात फिर से परचई के पास मिलक की सीमा से सटे गांव मंडनपुर लौट आए। हाथियों को भगाने के लिए मिर्जापुर जंगल में वन विभाग की ओर से हाथियों की लीद और गंध डाली, जिससे हाथी उस गंध से आगे बढ़ें।
बरसात होने से यह योजना विफल रही। रात को हाथी फिर से वापस मंडनपुर आ गए। आम के बाग में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और बाग में खड़े आम के पेड़ों को तहस-नहस कर दिया।
मुख्य वन संरक्षक पीपी सिंह ने बताया कि दोनों हाथी अब सही रास्ते पर जा रहे हैं। नदी के किनारे-किनारे उत्तराखंड चले जाएंगे। डीएफओ एके कश्यप ने बताया कि यहां पर लोगों को आसपास के जंगल में न जाने की सलाह दी गई है।