पसियापुरा में गुरुद्वारे को लेकर दो पक्ष आमने-सामने
जेएनएन, रामपुर। बिलासपुर क्षेत्र के गुरुद्वारे पर कब्जा करने को लेकर एक ही समुदाय के दो पक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों में तनातनी का माहौल बना है। सेवादारों ने गुरुद्वारे पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर भी सौंपकर कार्रवाई की गुहार लगाई।
तहसील के गांव पसियापुरा में बाबा दीप सिंह जी नाम से गुरुद्वारा क्षेत्र में काफी चर्चित है। इस गुरुद्वारे में क्षेत्र के अलावा उत्तराखंड, समेत दूर-दराज से लोग सेवा करने के लिए आते हैं। गुरुवार की दोपहर इस गुरुद्वारे की सेवा करने वाले हजारा सिंह व गांव के दर्जनों ग्रामीण एकत्रित होकर कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक संजय प्रताप सिंह से मुलाकात की। बताया कि गांव पासियापुरा में स्थापित गुरुद्वारा हजारा सिंह के खेत में बना हुआ है। इसका निर्माण उनके स्वजन ने 50 वर्ष पहले करवाया था। आरोप है कि अब नवाबगंज गुरुद्वारे के मुख्य बाबा इस गुरूद्वारे को अपने अधीन करना चाहते हैं। वह कब्जा करके यहां अपने चंद लोगों को बैठाना चाहते हैं। जबकि गुरुद्वारा 50 वर्ष पूर्व सेवा करने वाले हजारा सिंह के स्वजन ने किया था। अब ऐसे में नवाबगंज गुरुद्वारे के बाबा जी को यहां का गुरुद्वारा क्यों सौंपा जाए। समुदाय के दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। नवाबगंज गुरुद्वारा परिसर के लोग उनके गांव के गुरूद्वारे पर कब्जा करने के लिए रोजाना झगड़ा कर रहे हैं। उनके गुरूद्वारे के सेवादारों से बदसुलूकी की जा रही है। जिसे वह किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस के आश्वासन पर दोनों पक्ष शांत हो गए। बाद में पासियापुरा के ग्रामीणों ने प्रभारी निरीक्षक को तहरीर सौंपते हुए नवाबगंज गुरुद्वारा परिसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं गुरुद्वारा नवाबगंज के बाबा अनूप सिंह ने आरोपों को निराधार बताया हैं। प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि तहरीर प्राप्त हो गई है। मामले की जांच कराई जा रही है।