भैंस चोरी में सपा सांसद आजम खां और पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां पर दो और मुकदमे दर्ज
रामपुर में आजम खां और आले हसन खां के खिलाफ मकान तोड़ने मारपीट और लूटपाट करने की धाराओं में फिर दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
रामपुर, जेएनएन। सपा सांसद आजम खां के खिलाफ ताबड़तोड़ दर्ज हो रहे मुकदमों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में आजम खां और पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां के खिलाफ मकान तोड़ने, मारपीट और लूटपाट करने की धाराओं में फिर दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन पर छह भैंस खोलकर ले जाने का भी आरोप है। शहर कोतवाली में दर्ज इन मुकदमों में सांसद के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, इस्लाम ठेकेदार, वीरेंद्र गोयल और एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र का नाम भी शामिल है। इन आरोपों में अब तक 11 मुकदमे हो चुके हैं।
ये दोनों मुकदमे मुहल्ला घोसियान सराय गेट के नासिर और साजिद की तहरीर पर हुए हैं। दोनों का कहना है कि वे मुहल्ले में वक्फ की जमीन पर मकान बनाकर रहते थे। 15 अक्टूबर, 2016 को आजम खां के इशारे पर बाकी आरोपित उनके घर में घुस आए। घर का सामान बाहर फेंक दिया। बच्चों और महिलाओं से बदसलूकी की। इसके बाद उनके मकानों पर बुलडोजर चला दिया। नासिर ने अपने मुकदमे में आठ हजार रुपये, दो तोले सोने के जेवर और चार भैंस खोलकर ले जाने का भी आरोप लगाया है। इसी तरह साजिद ने 20 हजार रुपये, दो तोले जेवर और दो भैंस खोलकर ले जाने का आरोप लगाया है।
आजम खां के खिलाफ अब तक 80 मुकदमे
सपा सांसद आजम खां इस समय मुश्किलों के दौर से गुजर रहे हैं। उनके खिलाफ अब तक रामपुर के अलग-अलग थानों में करीब 80 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन पर भू-माफिया तक का टैग भी लग चुका है। जमीन पर कब्जे के एक मामले में सांसद आजम खां की अग्रिम जमानत अर्जी सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है। ऐसे में आजम खां पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है। आजम खां के अलावा उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर भी पांच मुकदमे चल रहे हैं। उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा के खिलाफ धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उनके बड़े बेटे अदीब के खिलाफ भी एक मुकदमा दर्ज है। आजम खां की पत्नी राज्य सभा सदस्य तजीन फात्मा कहती हैं कि पुलिस आजम खां और उनके परिवारजन के खिलाफ ऐसे तहरीर मांग रही है जैसे सरकार नौकरी के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करती है। तमाम फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
आजम खां के बचाव में उतरे मुलायम सिंह
समाजवादी पार्टी के संरक्षक वयोवृद्ध नेता मुलायम सिंह यादव अपने पुराने सहयोगी आजम खां के बचाव में उतर आए हैं। लगभग दो साल बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने आजम को नेक इंसान का दर्जा दिया और कहा कि वह मेहनती इंसान हैं। उन्होंने भीख मांगकर जौहर विश्वविद्यालय को बनाया है, परंतु अधिकारी उनका उत्पीड़न व अपमान कर रहे हैं। आजम का अपमान बर्दाश्त न किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन पर अत्याचार बंद न हुआ तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन होगा। आंदोलन में मैं खुद खड़ा होऊंगा। उन्होंने याद दिलाया कि वह एक दर्जन बार जेल जा चुके हैं।