भैयादूज पर सवारी के लिए भटकती रही बहनें
रामपुर भैयादूज पर बहनों की सुविधा के लिए किए गए रोडवेज के इंतजाम नाकाफी साबित हुए। बह
रामपुर : भैयादूज पर बहनों की सुविधा के लिए किए गए रोडवेज के इंतजाम नाकाफी साबित हुए। बहनें बसों की तलाश में इधर-उधर भटकती रहीं। इससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
भैयादूज पर सोमवार सुबह से ही बहनों का भाइयों के पास आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया। सिविल लाइंस में हाइवे पर बहनों की भीड़ उमड़ आई। ज्यादातर लोगों ने आवागमन के लिए बसों व टेंपो का सहारा लिया। इस कारण रोडवेज से टेंपो स्टैंड तक भीड़ ही भीड़ रही। परिवहन विभाग को इसका पहले से ही अनुमान था, जिसके चलते बसों के मुकम्मल इंतजाम किए गए थे। भैयादूज पर 64 बसें लगाई गईं लेकिन, इसके बाद भी बसें कम पड़ गईं। रोडवेज बस स्टैंड पर यात्रियों को घंटों इंतजार के बाद भी बसें नहीं मिल पा रही थीं। दूसरे डिपो से आने वाली बसें भी पूरी तरह भरी रहीं। कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम की भी अनदेखी की गई। रोडवेज बस स्टैंड, मालगोदाम तिराहा, राधा सिनेमा, सिविल लाइंस थाने के सामने, आंबेडकर पार्क के सामने यात्री बसों का इंतजार करते नजर आए। इस दौरान बहनों को काफी परेशानियां हुईं। इसके बावजूद वे अपने भाइयों को तिलक करने पहुंची। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कपिल वाष्र्णेय ने बताया कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हमने सभी इंतजाम किए। लोकल रूट के लिए ही 64 बसों की व्यवस्था की थी। लेकिन, यात्रियों की संख्या उम्मीद से ज्यादा रही। डग्गामार वाहनों की रही चांदी
भैया दूज पर डग्गामार वाहनों की चांदी रही। वाहन चालकों ने सवारियां ठूंस-ठूंस कर भरीं। इससे महिला यात्रियों को काफी दिक्कतें हुईं। रोडवेज स्टैंड के सामने टेंपो चालक सवारी भरते रहे। मिलक और बिलासपुर की ओर जाने वाले तमाम टेंपो रोडवेज के सामने ही सवारी भर रहे थे।