भगत सिंह को दिया जाए शहीद का दर्जा
वीर खालसा सेवा समिति के सदस्यों ने भगत सिंह राजगुरु सुखदेव सिंह के बलिदान दिवस पर उनके चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाए जाने की मांग की। जिलाध्यक्ष अवतार सिंह ने कहा कि इन वीर जवानों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों तक की परवाह नहीं की जिसके कारण पूरा देश इनको आज भी नमन करता है। इनकी कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगत सिंह को अभी तक शहीद का दर्जा नहीं मिला है। जिसने देश की लिए अपनी जान दे दी फिर भी उन्हें शहीद का दर्जा न मिलना बहुत दुख की बात है। समिति ने केंद्र सरकार से मांग भी की थी कि भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए। उन्होंने सभी से भगत सिंह के बताए मार्ग पर चलने का आहवान
रामपुर : वीर खालसा सेवा समिति के सदस्यों ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव सिंह के बलिदान दिवस पर उनके चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिलाए जाने की मांग की।
जिलाध्यक्ष अवतार सिंह ने कहा कि इन वीर जवानों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों तक की परवाह नहीं की, जिसके कारण पूरा देश इनको आज भी नमन करता है। इनकी कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगत सिंह को अभी तक शहीद का दर्जा नहीं मिला है। जिसने देश की लिए अपनी जान दे दी, फिर भी उन्हें शहीद का दर्जा न मिलना बहुत दुख की बात है। समिति ने केंद्र सरकार से मांग भी की थी कि भगत सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए। उन्होंने सभी से भगत सिंह के बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया। इस दौरान बच्चों को शील्ड देकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर चेयरमैन निर्मल सिंह, परमजीत सिंह, गुलशन अरोरा, सेवा सिंह, परम, बलवीर अरोरा, सुरजीत प्रव्वल, हरदेव सिंह, अमनदीप सिंह, मंजीत सिंह, सुरजीत सिंह, सनी कपूर, निक्कू, सोनू, बलवीर अरोरा, अमनदीप सिंह, दिलशाद आदि मौजूद रहे।
उधर सिविल लाइंस स्थित गुरुद्वारा संत भाई जी बाबा में भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव सिंह के बलिदान दिवस पर प्रबंधक कमेटी की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रधान सरदार दर्शन सिंह खुराना, गुरचरण सिंह आहूजा, ओंकार सिंह, त्रिलोचन सिंह ,महेंद्र सिंह गोल्डी, हरीश अरोड़ा, अमरजीत सिंह, राधे श्याम अरोड़ा, पपिदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह आदि मौजूद रहे।