एनएसएस शिविर में भाषण प्रतियोगिता में साइमा प्रथम
बाद में स्वयंसेवियों ने जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को मतदान के प्रति किया जागरूक
जागरण संवाददाता, रामपुर : राजकीय महिला डिग्री कॉलेज की ओर से घाटमपुर में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में स्वयंसेवी छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मतदाता जागरूकता पर भाषण प्रतियोगिता की गई, जिसमें छात्राओं ने विचार रखे। उसके बाद स्वयंसेवियों ने जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को मतदान के विषय में जागरूक भी किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। उसके बाद छात्राओं ने अतिथियों के स्वागत में गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद शुरू हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला। जिसमें किसी ने गीत तो किसी ने गजल आदि सुना कर सबका मन मोह लिया। संचालन की जिम्मेदारी निभा रही साइमा बी ने सबसे पहले बुलाया छात्रा सबीना को। उन्होंने अपनी मधुर आवाज में बहादुर शाह जफर की गजल, लगता नहीं है जी मिरा उजड़े दयार में, किसकी बनी है आलम-ए- नापायेदार में.. सुना कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। उसके बाद मोनालिका ने दमादम मस्त कलंदर गीत सुना कर सबको झूमने पर विवश कर दिया। अंशु यादव ने कुमार विश्वास की कविता कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है सुनाई। अब माइक पर आईं जिकरा तौफीक। उन्होंने गमों को डिलीट करो, खुशी को सेव करो कविता सुना कर सबकी खूब तालियां बटोरीं। खुशबू ने हरियाणवी भाषा में श्याम जिमाबे घूंघट की ओट में.. भजन सुना कर सबको आनंदित किया। तदुपरांत सबीना ने हास्य गीत छोटी सी गाजर चली ससुराल, कपड़े वह पहने है लाल.. गीत सुना सबको हंसी से लोटपोट कर दिया।
इसके बाद शुरू हुई भाषण प्रतियोगिता, जिसमें खुशबू, जिकरा, आहिला नूर, समरा जफर और साइमा बी ने हिस्सा लिया। इसमें साइमा बी प्रथम रहीं। समरा जफर को दूसरा तथा आहिला नूर को तृतीय स्थान दिया गया। इसके पश्चात मतदाता जागरूकता रैली प्रारंभ हुई। हाथों में नारे लिखी तख्तियां थामे छात्राओं ने आसपास के गांवों की गलियों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से संपर्क कर उन्हें उनके मताधिकार के प्रति जागरूक किया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रजा लाइब्रेरी की कंजर्वेटर शबाना अफसर ने जातिवाद व क्षेत्रवाद से ऊपर उठ कर वोट करने का आह्वान किया।