सील तोड़कर लैब खोलने में संचालक पर होगी रिपोर्ट
रामपुर मसवासी में स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा.देवेश कुमार चौधरी के द्वारा नगर में अवैध रूप से संचालित की जा रही हेल्थियन पैथोलाजी लैब को सील कर दिया गया था। संचालक ने इसके दूसरे दिन बिना अनुमति के सील तोड़कर लैब खोलकर संचालन शुरू कर दिया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि लैब संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
रामपुर: मसवासी में स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डा.देवेश कुमार चौधरी के द्वारा नगर में अवैध रूप से संचालित की जा रही हेल्थियन पैथोलाजी लैब को सील कर दिया गया था। संचालक ने इसके दूसरे दिन बिना अनुमति के सील तोड़कर लैब खोलकर संचालन शुरू कर दिया है। नोडल अधिकारी ने बताया कि लैब संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
गौरतलब है कि नगर समेत क्षेत्र में अवैध रूप से पैथोलाजी लैब का संचालन जोरों पर चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के एक बड़े अधिकारी के संरक्षण में क्षेत्र में अवैध रुप से संचालित पैथोलाजी लैब और दंत क्लीनिकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अवैध रूप से संचालित पैथोलाजी लैब और दंत चिकित्सालयों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। नगर के लोगों द्वारा शिकायत करने पर दिखावे के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर सील करने की कार्रवाई तो कर देते हैं, लेकिन चंद ही दिनों में उन अस्पतालों का संचालन फिर से शुरू हो जाता है, जिसका ताजा प्रमाण नगर में सामने आया है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डा. देवेश कुमार चौधरी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बराबर में अवैध रुप से संचालित हेल्थियन पैथोलाजी लैब को सील करने की कार्रवाई की थी, लेकिन दूसरे ही दिन लैब संचालक ने बिना अनुमति खुद ही सील तोड़कर संचालन शुरु कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील की गई लैब का दूसरे दिन संचालन शुरू हो जाने से मामला चर्चाओं में आ गया है। लैब संचालक के इस कारनामे की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को भी दे दी गई है। मामले की जानकारी पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा.देवेश कुमार चौधरी ने बताया कि लैब संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।