ओपन लाइब्रेरी को राज्यपाल ने दी मंजूरी
रामपुर अपने किताबी खजाने के लिए दुनियाभर में मशहूर रजा लाइब्रेरी अब ओपन लाइब्रेरी बनाएगी।
रामपुर: अपने किताबी खजाने के लिए दुनियाभर में मशहूर रजा लाइब्रेरी अब ओपन लाइब्रेरी बनाएगी। इसे लाइब्रेरी बोर्ड की अध्यक्ष एवं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी मंजूरी दे दी है। ओपन लाइब्रेरी में छात्रों के लिए पत्रिकाएं और किताबें रखी जाएंगी। इसके जरिए छात्र प्रतियोगात्मक परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। इस लाइब्रेरी में ही कैफेटेरिया भी बनेगा। इसमें छात्रों और आगंतुकों के लिए खानपान की सामग्री भी उपलब्ध रहेगी।
रामपुर रजा लाइब्रेरी में बेशकीमती किताबी खजाना है। हजरत अली के हाथ से हिरन की खाल पर लिखी कुरआन है तो सुमेरचंद की फारसी में लिखी रामायण। इसके शुरू के पेज सोने के पानी से लिखे हैं। इसमें उसी दौर की पेंटिग्स भी हैं। रजा लाइब्रेरी के साहित्य का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचे, इसके लिए मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बहुत कुछ किया है। रामपुर में जब वह जिलाधिकारी थे तब रजा लाइब्रेरी के डायरेक्टर भी थे। तब उन्होंने लाइब्रेरी को बढ़ावा देने के लिए बहुत काम किया। उन्होंने लाइब्रेरी के बगल में ही कैफेटेरिया बनाने के लिए भी प्रस्ताव रखा। उनका कहना है कि इस प्रस्ताव को राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है। वह लाइब्रेरी बोर्ड की अध्यक्ष भी हैं। आरडीए बनाएगा कैफेटेरिया
मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कैफेटेरिया का निर्माण रामपुर प्राधिकरण द्वारा कराया जाएगा। जिस जगह इसका निर्माण होगा, वह लाइब्रेरी के बगल में ही है। इसके पास ही राजकीय महिला कालेज और आइटीआइ हैं। कुछ दूरी पर राजकीय खुर्शीद कन्या इंटर कालेज और राजकीय कन्या इंटर कालेज किला हैं। इन कालेजों के इनके छात्र-छात्राएं भी इसका लाभ उठा सकेंगे। छात्रों के लिए किताबों के साथ ही पत्रिकाएं भी उपलब्ध रहेंगी। इससे छात्रों को प्रतियोगितात्मक परीक्षा की तैयारी करने में भी मदद मिलेगी। उनका कहना है कि रामपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू कराने के आदेश दिए गए हैं।