रजा लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की ऑनलाइन बिक्री के हों प्रयास : नवेद
रजा लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की ऑनलाइन बिक्री के हों प्रयास नवेद
जागरण संवाददाता, रामपुर : रजा लाइब्रेरी बोर्ड के सदस्य रहे पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने निदेशक का कार्यभार संभाल रहे जिलाधिकारी आन्जनेय सिंह को पत्र लिखा है। पत्र में लाइब्रेरी के प्रकाशन विभाग में रखी करोड़ों रुपयों की पुस्तकों की बिक्री ऑनलाइन करवाने को लेकर सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा है कि लाइब्रेरी द्वारा महत्वपूर्ण पुस्तकों का प्रकाशन किया जाता है। वर्तमान में भी यहां के प्रकाशन विभाग में करोड़ों रुपयों की पुस्तकें बेकार पड़ी हैं। पुस्तकालय द्वारा अपनी किताबों को या तो सीधे अपने प्रकाशन विभाग से बेचा जाता है या फिर पुस्तक मेलों में स्टॉल लगा कर उनकी बिक्री की जाती है, लेकिन आज के दौर में ये दोनों ही तरीके काम के नहीं रहे हैं। अब ऑनलाइन क्रय-विक्रय का दौर है, लेकिन पुस्तकालय द्वारा इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया।
उनका कहना है कि इन पुस्तकों की बिक्री न होने के कारण पुस्तकालय आर्थिक संकट में है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी इस धरोहर से आमदनी नाम मात्र की ही है। नवेद मियां के अनुसार ऑनलाइन साइट्स के माध्यम से इन पुस्तकों को बेचने का प्रयास किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा है कि रामपुर के इतिहास में दुनियाभर के लोगों को रुचि है। इस पर कई पुस्तकों का प्रकाशन भी समय-समय पर किया गया है। इस संबंध में सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक अखबार-उल-सनादीद है, जिसे मौलवी हकीम मुहम्मद नजमुल गनी खां द्वारा लिखा गया था। यह पुस्तक उर्दू में प्रकाशित है। इसका प्रकाशन भी रजा लाइब्रेरी द्वारा किया गया है। इसका हिदी अनुवाद करवाने का सुझाव भी उन्होंने दिया है, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक रामपुर का सही इतिहास पहुंच सके।