शहर में 35 प्रतिशत बिजली चोरी, बढ़ता जा रहा सरकारी घाटा
रामपुर: शहर में बिजली चोरी और लाइन लॉस इस कदर हो रहा है कि हर माह छह करोड़ रु
रामपुर: शहर में बिजली चोरी और लाइन लॉस इस कदर हो रहा है कि हर माह छह करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। बिजली विभाग शहर में जितनी बिजली सप्लाई करता है, उसका 35 प्रतिशत बिजली चोरी की जा रही है। तीन जिलों की विजिलेंस टीम होने के बाद बिजली चोरी पर लगाम नहीं लगा पा रही है।
शहर में प्रतिमाह चार करोड़ यूनिट बिजली खर्च हो रही है। खर्च हो रही बिजली की कीमत लगभग 18 करोड़ रुपये है, लेकिन जहां तक वसूली की बात है तो दिन रात बिजली कर्मचारियों के द्वारा चे¨कग करने के बाद भी बिजली चोरी नहीं रुक पा रही है। बिजली विभाग मात्र 10 से 12 करोड़ रुपये की वसूली कर पाता है। शहर में लगभग छह करोड़ की बिजली चोरी हो जाती है। शहर के अधिकारियों के साथ तीन अमरोहा, मुरादाबाद और शाहजहांपुर की विजिलेंस टीमें लगा दी गई हैं। रात में भी विजिलेंस टीम द्वारा शहर में कई जगह पर छापेमारी करती है, लेकिन इसके बाद भी बिजली चोरी पर लगाम नहीं लगाई जा सकी। शाहबाद गेट और रजा इंटर कालेज बिजलीघर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है। दोनों बिजलीघर क्षेत्रों में मिलाकर 32 से 35 प्रतिशत तक बिजली चोरी हो रही है। किला, नवाब गेट, डूंगरपूर, पहाड़ी गेट, अजीतपुर, सिविल लाइंस, बिलासपुर गेट क्षेत्रों में भी 30 से 35 फीसदी तक बिजली चोरी हो रही है। स्वार, टांडा तहसील क्षेत्रों में करीब बीस प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है। मिलक तहसील में 15 प्रतिशत बिजली चोरी हो रही है। शहर में मीटर से खिलवाड जारी है। अधिसाशी अभियंता सचिन कुमार का कहना है कि बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग द्वारा हर संभव प्रयास जारी हैं।