पांच से सात:: तीसरे जुमे को नमाजियों से फुल हुई मस्जिदें
रामपुर : रमजान के तीसरे जुमे को मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भर गईं। जामा मस्जिद समेत तमाम मस्जि
रामपुर : रमजान के तीसरे जुमे को मस्जिदें नमाजियों से खचाखच भर गईं। जामा मस्जिद समेत तमाम मस्जिदों में रोजेदारों ने नमाज पढ़ी। शहर का मस्जिद में तो अजान से पहले से ही नमाजी आने शुरू हो गए।
जामा मस्जिद में तकरीर करते हुए शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने कहा कि रमजान के महीने में रोजे रखने वाला हस्त्र के मैदान में आला दरजे का इंसान होगा। इस महीने में रोजा रखने व इबादत करने से अल्लाह की रजा हासिल होती है। हस्त्र के मैदान में फरिश्ते रोजेदार के साथ नर्मी से पेशें आएंगे। रोजेदार को अल्लाह ने वह नूर दिया हैै जो हस्त्र के मैदान में सितारों की तरह चमकेगा। कहा कि दुनिया में जो इंसान दूसरे इंसान से मोहब्बत करता है वह जन्नत का हकदार होगा, यही अल्लाह के रसूल का फरमान है। जो रसूल के बताए हुए रास्ते पर अमल करते हैं वे ही असल में मोमिन कहलाते हैं। आज इस्लामी भाई इस्लाम से भटक रहे हैं। इसलिए दुनिया में उन्हें तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले लोग अपना कमाया हुआ धन अल्लाह की राह में खर्च करते थे। इबादतगाहों को बनाते थे। ऐसे लोगों पर अल्लाह की रहमते बरस्ती थीं। कहा कि सेहतमंदलोगों को रोजा जरूर रखना चाहिए। अगर बीमार हो तो बीमारी के बाद रोजे रखें। मुसलमानों को अपने बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम भी दिलानी चाहिए। कहा की रमजान का दूसरा अशरा चल रहा है, जो मगफिरत का है। रोजेदारों को इस अशरे में ज्यादा से ज्यादा इबादत कर गुनाहों से तौबा करनी चाहिए। नमाज के दौरान खुशहाली और तरक्की के लिए दुआ की गई। गर्मी से निजात के लिए भी दुआ मांगी।