आजम खां की बहन को पुलिस ने पकड़ा, थाने में ले जाकर पूछताछ
जानमाज से घसीटते हुए ले गई पुलिस जुल्म की इंतेहा तजीन फात्मा
रामपुर : सांसद आजम खां की बड़ी बहन को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। महिला थाने में उनसे मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के अकाउंट के बारे में पूछताछ की। वह ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष हैं और यह ट्रस्ट ही मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को चलाती है। आजम खां ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। उनके खिलाफ यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के 30 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा ने उनकी बहन को गिरफ्तार किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वह अपने घर में जुमे की नमाज पढ़ रही थीं। पुलिस उन्हें जानमाज से घसीटते हुए ले गईं।
शुक्रवार दोपहर पुलिस की टीम गंज थाना क्षेत्र में आजम खां की बड़ी बहन निकहत अफलाक के घर पहुंची और उन्हें गाड़ी में बैठाकर महिला थाने ले गई, जहां उनसे घंटों पूछताछ की गई। वह 78 साल की हैं और सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। महिलाओं ने उनकी गिरफ्तारी के विरोध में एसपी आवास पर प्रदर्शन भी किया। शाम को उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। एसपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि आजम खां के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी के लिए कब्जाने के 30 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इन सभी मामलों की विवेचना स्पेशल टीम द्वारा की जा रही है। टीम ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को नोटिस देकर पूछा था कि जमीनों के संबंध में उनके पास जो रिकार्ड हैं, वे उपलब्ध करा दें, लेकिन रजिस्ट्रार ने रिकार्ड उपलब्ध कराने के बजाय यह कह दिया कि यह जमीन यूनिवर्सिटी को मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट ने दी है। उसके पास ही जमीनों के सारे रिकार्ड हैं। इस मामले में ट्रस्ट के अध्यक्ष सांसद आजम खां कहते रहे हैं कि उन्होंने सारी जमीन पैसे देकर खरीदी है। ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष उनकी बहन निकहत अफलाक है। टीम ने उनसे पूछताछ की है कि जौहर ट्रस्ट के एकाउंट से किस किसान को कितना भुगतान किया गया। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। आजम खां के परिवार को अपमानित करने में लगा पुलिस प्रशासन: तजीन जागरण संवाददाता, रामपुर : सांसद आजम खां की पत्नी राज्य सभा सदस्य डॉ.तजीन फात्मा ने कहा कि पुलिस प्रशासन उनके परिवार को अपमानित करने में लगा है। उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करा रहा है, जिस तरह नौकरी के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। इस तरह आजम खां और उनके परिजनों के खिलाफ पुलिस प्रशासन तहरीर मांग रहा है। शुक्रवार को तो जुल्म की इंतेहा हो गई। आजम खां की 78 साल की बड़ी बहन को घसीटते हुए घर से ले जाया गया। वह जुमे की नमाज पढ़ रही थीं। जानमाज से ही उन्हें जबरन उठा लिया और पुलिसवाले धक्के मारते हुए घर से ले गए। अब हम इसके विरोध में सत्याग्रह या बड़ा जन आंदोलन करेंगे।
राज्यसभा सदस्य ने शुक्रवार की शाम मीडिया से वार्ता के दौरान कहा कि हमें परेशान करने में पुलिस प्रशासन कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। आजम खां के बड़े भाई शरीफ खां के खिलाफ कल हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया, जबकि उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराने वाले को छुआ तक नहीं। इसमें आजम खां, अब्दुल्ला और शरीफ खां के बेटे को भी नामजद किया गया। पूरी तरह फर्जी मामला है और यह सब पुलिस प्रशासन करा रहा है, जितना चाहें जुल्म कर लें। अल्लाह हमारी मदद करेगा। अब हम जन आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने कामधेनु योजना के तहत डेयरी लगाई है, जो मेरे नाम से है। इसके लिए स्टेट बैंक की शाखा से लोन भी लिया है। इसके बावजूद पुलिस दो दिन से हमारी डेयरी पर जा रही है। कर्मचारियों से पूछताछ करती है कि भैंसें कहां से आती हैं। मैं सांसद हूं और मेरी डेयरी पर जाकर सिपाही पूछताछ करते हैं। पुलिस को अगर जानकारी करनी है तो बैंक में पूछ लें कि कितना लोन लिया है। आजम खां की बहन की गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर उतरी महिलाएं पुलिस अधीक्षक आवास का किया घेराव, हंगामा
रामपुर : सांसद आजम खां की बहन की गिरफ्तारी के विरोध में समाजवादी पार्टी से जुड़ी महिलाएं सड़कों पर उतर आईं। महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक आवास का घेराव कर लिया। वहां जमकर हंगामा किया। पुलिस ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की, जिस पर महिलाओं की पुलिस ने नोकझोंक हुई। सांसद की बहन निकहत अफलाक को पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी की जमीनों के मुकदमे की जांच के संबंध में पूछताछ के लिए पकड़ा था। इसकी जानकारी मिलने पर समाजवादी पार्टी खेमे में हड़कंप मच गया। सभी कार्यकर्ता सांसद के आवास पर इकट्ठा हो गए। कुछ देर बाद सपा से जुड़ी महिलाएं इसके विरोध में सड़कों पर आ गईं। वे इकट्ठा होकर पुलिस अधीक्षक आवास पहुंची। यहां आवास का घेराव कर लिया। महिलाओं के आवास पर हंगामे की सूचना पर सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस और महिला थाना पुलिस पहुंच गई। महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। महिलाओं का कहना था कि रामपुर में पुलिस ने जुल्म की इंतहा कर दी है। कानून नाम की कोई चीज नहीं है। बिना वजह सांसद की बहन को पकड़कर ले आई। इतनी नेक महिला को इस तरह पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उससे लगता है कि रामपुर में महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं। महिलाओं ने उन्हें तुरंत छोड़ने की मांग की। पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को यह कहकर शांत किया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि मुकदमे के संबंध में पूछताछ के लिए लाए हैं। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। इसके बाद महिलाओं का हंगामा शांत हुआ और वे चली गईं। आजम के बड़े भाई बोले, मुकदमा झूठा
रामपुर: सांसद आजम खां के बड़े भाई शरीफ अहमद खां का कहना है कि उनके खिलाफ पूरी तरह फर्जी मुकदमा लिखाया है। वह 74 साल के हैं और सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता हैं। जिस व्यक्ति ने उनपर हत्या के प्रयास का मुकदमा लिखाया है, उसे उन्होने छुआ तक नहीं। हमें तो हैरत है कि पुलिस आंख मूंदकर काम कर रही है। हमारे खिलाफ रिपोर्ट सिर्फ इसलिए की गई है कि हम आजम खां के भाई हैं। उन्होने कहा कि उनकी बहन निखत अखलाक को भी पकड़ लिया गया। थाने में उनकी हालत बहुत खराब हो गई तो उन्हे छोड़ दिया गया।