हरियाणा से कैंटर में छुपाकर लाई जा रही 1170 पेटी शराब पकड़ी
बरामद शराब की कीमत 67 लाख बता रही पुलिस दो दिन से लगी थी पुलिस
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : कोतवाली पुलिस और एसओजी ने से हरियाणा से कैंटर में छुपाकर लाई जा रही 1170 पेटी अंग्रेजी शराब पकड़ी है। पुलिस ने चालक समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पुलिस को चकमा देने के लिए जिप्सम प्लास्टर के नाम से फर्जी बिल्टी बनवा रखी थी। रास्ते में चेकिग होने पर दोनों इसी बिल्टी को दिखाकर यहां तक पहुंच गए थे, लेकिन रामपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस को इनकी सूचना मिल गई थी। दो दिन से पुलिस इनकी तलाश में लगी थी। कैंटर से बरामद शराब 67 लाख रुपये की बताई जा रही है। दोनों आरोपितों को पुलिस ने बुधवार को मीडिया के सामने पेश किया। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार की रात करीब ढाई बजे बिलासपुर पुलिस और एसओजी को कैंटर में शराब छुपाकर लाए जाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने इनकी तलाश में जुट गई। नैनीताल हाईवे पर नाकाबंदी कर दी गई। रात भर कोई सफलता नहीं मिली। मंगलवार को भी पुलिस दिन भर कैंटर की तलाश में हाईवे पर यहां-वहां घूमती रही। दोपहर पुलिस को सफलता मिली। पुलिस ने निर्माणाधीन बाईपास स्थित जीरो प्वाइंट पर रुद्रपुर की ओर जा रहे उत्तराखंड नंबर के आयशर कैंटर को रोक लिया। पुलिस ने चालक समेत दो लोगों को हिरासत में लिया। कैंटर समेत दोनों को कोतवाली ले आई। यहां पुलिस ने जैसे ही कैंटर का तिरपाल खोला तो उसमें अंग्रेजी शराब की पेटियां थीं। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपितों से पूछताछ शुरू की। दोनों आरोपित शराब से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उन्होंने बताया कि वे शराब को हरियाणा के अंबाला शहर से लाए हैं। यह शराब चंडीगढ़ की डिस्टलरी में बनी है, जो सिर्फ अरुणाचल प्रदेश में बिक्री के लिए मान्य है, लेकिन उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र में बेचने के लिए ले आए। इसे वे बरेली जिले की सीमा और रामपुर की सीमा पर भी बेचते। कैंटर में 990 पेटी में बिना मार्का 47520 क्वार्टर थे। इसके अलावा 180 पेटी में 2160 बोतल हीट प्रीमियम व्हिस्की चंडीगढ़ डिस्टलरी निर्मित थी। पकड़े गए आरोपितों में बिलासपुर के ग्राम राजपुर निवासी इदरीस पुत्र शब्बू और बिलासपुर के ग्राम टांडा हुरमतनगर का अकबर अली पुत्र मसीत उल्ला है। इनका कहना है कि शराब की बोतल पर जो रेट लिखा है, उससे करीब आधे में खरीदते हैं। दोनों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया है। टीम में बिलासपुर कोतवाल माधे सिंह बिष्ट, एसओजी प्रभारी राजीव चौधरी, सर्विलांस प्रभारी रेहान खां, उप निरीक्षक पंकज चौधरी, उप निरीक्षक मदनपाल सिंह, हेड कांस्टेबिल मुस्तकीम अहमद, दिनेश सिंह, मोहम्मद अजीम, देवेंद्र सिंह, रोहित सिद्धू, नितेश, गौरव चाहल, अब्दुल, राहुल मालिक, नितिन कुमार, लोकेंद्र, रोहित यादव, संजीव कुमार, संतेश कुमार आदि शामिल रहे। गोकशी के मुकदमों में भी आरोपित है इदरीस
बिलासपुर : कोतवाल के अनुसार अंग्रेजी शराब के साथ पकड़े आरोपित इदरीस के ऊपर गोकशी समेत पहले से ही करीब तीन मुकदमे दर्ज हैं। उसका रिकॉर्ड खंगालने पर यह मामला सामने आया। वहीं पकड़े दूसरे आरोपित अकबर अली पहले भी शराब बेचने के संबंध में जेल जा चुका है। जासं कैंटर को पकड़ने के लिए दस घंटे लगी रही पुलिस
बिलासपुर : कोतवाल के अनुसार उन्हें सोमवार की रात दो बजे सूचना मिली। सफलता मंगलवार दोपहर 12 बजे मिली। पुलिस ने दस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उक्त कैंटर को पकड़ा। उन्होंने बताया कि अगर पुलिस इस मामले में जरा भी ढिलाई बरतते तो आरोपित शराब सहित मौके से फरार हो जाते।