संपत्ति बंटवारे से पहले आमने-सामने आए नवाब खानदान के लोग Rampur News
संपत्ति के बंटवारे से पहले ही नवाब खानदान के बीच मतभेद सामने आने लगे हैं। आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं।
रामपुर, जेएनएन। संपत्ति के बंटवारे से पहले ही नवाब खानदान के बीच मतभेद सामने आने लगे हैं। आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। नवाब स्वर्गीय मुर्तजा अली खां के बेटे नवाब मुहम्मद अली खां उर्फ मुराद मियां और बेटी शहजादी निगहत आब्दी ने अपने चचेरे भाई नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां पर 10 करोड़ की संपत्ति पहले ही बेचने का आरोप लगाया है। मुराद मियां और निगहत आब्दी ने मंगलवार को मीडिया से बात की। सबसे पहले तो नवाब खानदान की संपत्ति के मूल्यांकन को लेकर हो रही मीडिया कवरेज पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि स्ट्रांग रूम सभी पैलेस में होते हैं। स्ट्रांग रूम काटने की जानकारी मीडिया के जरिए पूरे देश को क्यों दी जा रही है? क्यों बताया जा रहा है कि हमारे घर के अंदर क्या हो रहा है?
मुराद मियां ने बताया कि नवाब रजा अली खां के तीन बेटे और छह बेटियां थीं। अब यह संपत्ति इनके बीच बंटेगी। यह बंटवारा शिया शरीयत के मुताबिक होगा। इसके तहत बेटी का हिस्सा 25 फीसद और बेटे का 50 फीसद होता है। इस तरह आधी जायदाद तीन बेटों के वारिसों में बांटी जाएगी, जबकि आधी छह बेटियों के वारिसों में बंटेगी। उन्होंने चचेरे भाई पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां पर काफी संपत्ति पहले ही बेचे जाने का आरोप भी लगाया। कहा कि व्हाइट मनी में 10 करोड़ की संपत्ति बेचने की जानकारी है। यह संपत्ति मुंबई के कुछ लोगों को बेची गई है। बंटवारे के समय यह बात कोर्ट में रखी जाएगी। उन्होने कहा कि हमारा जिस संपत्ति पर कब्जा रहा, उसमें से हमने एक एंच जमीन भी नहीं बेची। कोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान किया। हमने दो बार हाईकोर्ट से मुकदमा जीते। सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसका भी पूरा सम्मान करेंगे। उन्होने दादी को घर से निकालने संबंधी आरोपों को भी गलत बताया। कहा कि हमने और हमारे पिता ने उनका बहुत सम्मान किया।
खरबों की जायदाद छिनने से मानसिक संतुलन बिगड़ा : नवेद
नवाब मुहम्मद अली खान उर्फ मुराद मियां और शहजादी निगहत आब्दी द्वारा 10 करोड़ की संपत्ति बेचे जाने का आरोप लगाने पर नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोनों भाई-बहन संपत्ति पर मात्र करीब 12 फीसद के हिस्सेदार हैं। उनके कब्जे से खरबों की जायदाद छिन गई, जिससे उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। वे अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। मेरे दादा नवाब सैयद रजा अली खां रामपुर रियासत के आखिरी नवाब थे। स्वतंत्रता के बाद कोई नवाब नहीं है। नवाब रजा अली ने ही शासन किया था। उनके इंतकाल के बाद मेरी दादी को खासबाग पैलेस से निकाल दिया गया था। रामपुर रियासत की शान खासबाग समेत सभी जायदादों को पहले इनके माता-पिता ने बर्बाद किया और उसके बाद दोनों भाई-बहन लूट-खसोट मचा रहे हैं।
खासबाग को खंडहर बनाने, जायदाद बेचने, बेशकीमती धरोहरे विदेश भेजने और इस संपत्ति से मिलने वाली दौलत के बल पर ऐश करने वाले लोग खुद को पाक-साफ बताने की कोशिश में लगे हैं। खासबाग पैलेस, नवाब स्टेशन, सरकारी कुंडा, बेनजीर और कोठी शाहबाद पर दोनों भाई-बहन का कब्जा अवैध है। दोनों वहां से ऐसे ही निकाले जाएंगे जैसे इन्होंने अपनी दादी को निकाला था।
जायदाद में मुझ अकेले का हिस्सा इन दोनों से ज्यादा है। जब संपत्ति मिली ही नहीं है तो बिक कैसे सकती हैं। इन्हें तो कानून की जानकारी भी नहीं है। दोनों ने प्रेसवार्ता करके वही आरोप दोहराए हैं जो अब्दुल्ला आजम पहले कई बार आरोप लगा चुके हैं। मेरे हिस्से की संपत्ति मेरी है। वह न बिकी है और न बिकेगी। यह दोनों मुझ पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें।
स्ट्रांगरूम की सच्चाई अब सब जान चुके हैं। यही दोनों की दुखती रग है। इस सवाल से दोनों बच नहीं सकते कि स्ट्रांगरूम में चोरी का सिर्फ दिखावा हुआ था। पैलेस की बर्बादी, आरमरी की तबाही और लूटपाट के फोटो बाहर आने पर यह दोनों किसी अवार्ड की उम्मीद न रखें, गालियां ही मिलेंगी। जिला न्यायालय द्वारा संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया के बीच इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस करके दोनों ने सुप्रीम कोर्ट की अवमानना की है।
नहीं हुआ संपत्ति का सर्वे
नवाब खानदान की संपत्ति का सर्वे मंगलवार को नहीं हो सका। एडवोकेट कमिश्नर अरुण गुप्ता ने बताया कि अभी मूल्यांकन का काम चल रहा है। अब बेनजीर और कुंडा की संपत्ति का सर्वे किया जाएगा।