पानी है अनमोल, पर समझो इसका मोल
रामपुर : आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा के तत्वाधान में सूर्य प्रकाश पाल चेयरमैन उत्तर प
रामपुर : आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा के तत्वाधान में सूर्य प्रकाश पाल चेयरमैन उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उनके कैम्प कार्यालय पर मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जलन डा. रघुवीर शरण शर्मा व कवियों ने किया। उन्होंने उनके प्रगति पथ पर आरूढ़ होने की कामनाओं के साथ काव्यपाठ का आयोजन किया। कवियों ने विभिन्न मुद्दों को रेखांकित कर काव्य पाठ किया :
सुरेश अधीर ने काव्य पाठ किया - मतखाना धोखा यहां, कोइन तेरा मीत।
आज नहीं तो कल सही, जिनके गाए गीत।।
इफ्तेखार ताहिर ने कहा कि - प्यार का लुत्फ कैसा होता है।
हम भी देखेंगे इबतेदा करके।।
जितेंद्र कमल आनंद ने कहा कि - फूल सी कोमल गुलाबी ताजगी ले आइए।
जोड़ दे जो दो दिलों को सादगी ले आइए।।
रामकिशोर वर्मा ने कहा कि - पानी है अनमोल, पर समझो इसका मोल।
बोतल लेते आज हैं, कल राहे में तोल।।
सचिन कुमार ¨सह ने कहा कि - दिल में उठे धुएं को बादल कहता हूं भाई।
बारिश की बूंदें होठों को बहलाने आईं।।
इनके अलावा राजूपाल, महाराज किशोर महाराजा, डा. चन्द प्रकाश शर्मा, डा. रघुवीर शरण शर्मा ने भी अपने काव्य पेश किए। इस अवसर पर प्रमोद आहूजा, अवधेश शर्मा, भारत भूषण गुप्ता, उत्तम पाल, प्रमोद रस्तोगी, कृष्ण अवतार लोधी, मनीष कथुरिया, सुरेश गुप्ता, रवि रुहेला, ¨मटू ¨सह, राधेश्याम अरोड़ा, वीरपाल आदि मौजूद रहे।