रामपुर में नवाब खानदान के जखीरे में निकले एक हजार हथियार, जानिए क्या है खास...
एडवोकेट कमिश्नर सौरभ सक्सेना ने बताया कि आरमरी में शस्त्रों की गिनती का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
रामपुर, जेएनएन। नवाब खानदान के हथियारों की गिनती सोमवार को पूरी हो गई। करीब एक हजार हथियार निकले। कोठी खासबाग में बनी आरमरी में एडवोकेट कमिश्नर और अफसरों ने करीब छह घंटे तक गिनती कराई। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय फखरुद्दीन अली अहमद की बहू सबा भी मौजूद रहीं। वह भी नवाब खानदान की संपत्ति में हिस्सेदार हैं और पूर्व सांसद बेगम नूरबानो की बेटी हैं। सबा के पति दुर्रेज अहमद जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे हैं। अब हथियारों के सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। करीब ढाई सौ रायफल, बंदूक, रिवाल्वर व पिस्टल और छह सौ तलवारें व डेढ़ सौ खंजर मिले हैं।
बंटवारे की चल रही है प्रक्रिया
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नवाब खानदान में इन दिनों बंटारे की प्रक्रिया चल रही है। नवाब खानदान के पास अरबों की संपत्ति के साथ ही हथियारों का जखीरा है। यह उसके निजी हथियार हैं। इनका भी बंटवारा होना है। इसके लिए सोमवार दोपहर 12 बजे को डिप्टी कलेक्टर मान ङ्क्षसह पुंडीर और सीओ सिटी विद्या किशोर ने कोठी खासबाग में आरमरी की सील खुलवाई। तीन फरवरी को भी आरमरी खुली थी और हथियारों की गिनती हुई थी।तब सोना और रत्न जित हथियार भी निकले थे। इनकी एक बंदूक तो आठ फीट लंबी निकली थी, जो तोप की तरह धमाका करती और एक साथ करीब दो हजार छर्रे निकालती थी।
अंदर जाने वालों की तैयार की गई थी सूची
सोमवार को पुलिस बल की तैनाती के बीच आरमरी खोले जाने से पहले ही अंदर जाने वालों की सूची तैयार कर ली गई थी। एडवोकेट कमिश्नर मुजम्मिल हुसैन, सौरभ सक्सेना, अधिवक्ता हर्ष गुप्ता, संदीप सक्सेना, दानिश कमर, सुयश गुप्ता और शस्त्र विशेषज्ञ राशिद उल्ला खां व आमिर उल्ला खां के अलावा नवाब खानदान के सदस्यों अथवा उनके प्रतिनिधियों को ही अंदर जाने दिया गया। जिन लोगों को आरमरी में जाने की अनुमति प्रशासन की ओर से दी गई उनमें पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, उनकी बेटी सबा दुररेज अहमद, पोते नवाबजादा हैदर अली खां उर्फ हमजा मियां, पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के पौत्र •ाुलनूर अहमद, नवाब मुर्तजा अली खां की बेटी निगहत आब्दी, बेटे मुराद मियां, पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां के पीआरओ काशिफ खां, शबाब हुसैन, शकेब अब्बास आदि थे।