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जांच के नाम पर हमें अपमानित कर रहे अधिकारी : आजम

जमीनों पर कब्जे के मुकदमे में एसआइटी ने फिर की सांसद से पूछताछ महिला थाने में बुलाकर की पूछताछ

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 11:50 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 06:21 AM (IST)
जांच के नाम पर हमें अपमानित कर रहे अधिकारी : आजम
जांच के नाम पर हमें अपमानित कर रहे अधिकारी : आजम

जागरण संवाददाता, रामपुर : जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जाने के मुकदमे में फंसे सपा सांसद आजम खां को एसआइटी (विशेष जांच दल) ने फिर पूछताछ के लिए बुलाया। उन्हें महिला थाने बुलाकर पूछताछ की। इस दौरान सांसद के साथ उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा और पुत्र विधायक अब्दुल्ला भी थे। करीब एक घंटे तक एसआइटी ने पूछताछ की। पूछताछ के बाद सांसद ने मीडिया से बात की और बार-बार पूछताछ के लिए बुलाने पर नाराजगी जताई। कहा कि हाईकोर्ट से हमें इन मुकदमों से राहत मिली है। शायद प्रशासन को इस बात की नाराजगी है। यही वजह है कि हमें अपमानित करने के लिए बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। हमने तो यहां तक कहा कि जितने भी मुकदमे हैं, उनसे संबंधित जो भी सवाल हैं, आप एक बार में हमसे पूछ लीजिए। ऐसा नहीं किया जा रहा है, क्योंकि रोज हमें अपमानित करना है, इसीलिए हमें बार-बार पूछताछ के नाम पर बुलाया

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जा रहा है। हमसे ट्रस्ट के पेपर, जमीन की रजिस्ट्री, चेक, ड्राफ्ट, चंदे आदि की जानकारी मांगी जा रही है। इन बातों से पौने चार बीघा जमीन का कोई मतलब नहीं है, लेकिन सिर्फ हमें अपमानित करने, देश भर में चोर-बेईमान साबित करने के लिए, हमारी छवि खराब करने के लिए, लोकसभा चुनाव जीतने की सजा देने के लिए और विधानसभा उप चुनाव हराने के लिए हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। दो दिन पहले भी हमें यहां पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तब हमने चार दिन का समय मांगा था। इसके अगले दिन हमें लखनऊ में एसआइटी ने बयान के लिए बुलाया गया। वहां से बयान देने के बाद निकले ही थे कि पता चला कि रामपुर में फिर बयान के लिए बुलाया गया है। हम तो इसके लिए भी तैयार हैं कि हमें यदि इजाजत दें तो हम यहीं पर एक टाट का छोटा सा टुकड़ा बिछाकर पत्नी और बेटे के साथ बैठ जाएंगे। रात में यही सो जाएंगे। जब तक हमसे पूछताछ पूरी नहीं हो जाती, हम यहां से नहीं हिलेंगे। सांसद ने कहा कहा कि दो दिन के लिए विधानसभा में बापू की जयंती मनाई जा रही है और हमें यहां बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि हम मुर्गी चोर हैं, क्योंकि हम बकरी चोर हैं। हमारी पत्नी राज्यसभा सांसद हैं। प्रोफेसर रही हैं। बैंक से लोन लेकर उन्होंने भैंस पालन किया है। इन पर भी पेड़ चोरी का इल्जाम लगाया। हम पर पौने चार बीघा जमीन को लेकर भू-माफिया घोषित कर दिया गया। सांसद ने बताया कि उनसे कई सवाल पूछे गए हैं, जिनके लिए हमने एक सप्ताह का समय मांगा है। उन्होंने इस बात को लेकर फिर नाराजगी जताई कि न तो पहले उन्हें रिसीविग दी गई और न ही अब। पुलिस प्रशासन मनमानी पर उतर आया है।

सांसद की पत्नी राज्यसभा सांसद एवं विधानसभा उप चुनाव में रामपुर सीट से प्रत्याशी डॉ. तजीन फात्मा ने भी प्रशासन के रवैये पर नाराजगी जताई। कहा कि गांधी जयंती के दिन सरकार को इसे मनाना चाहिए, लेकिन ऐसा न करके हमें सिर्फ परेशान करने के लिए बुलाया गया है। सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि चार मामलों में नोटिस दिया गया था। इनमें एक सप्ताह का समय मांगा गया, जो दे दिया गया है। इससे पहले चार मुकदमों में नोटिस जारी किया गया था, उनमें चार दिन का समय मांगा था, जो दे दिया गया।


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