नियमों की अनदेखी कर दौड़ रही प्राइवेट बसें
मिलक : मिलक-बिलासपुर मार्ग पर चालीस से अधिक प्राइवेट बसों का संचालन होता है। मार्ग पर सैकड़
मिलक : मिलक-बिलासपुर मार्ग पर चालीस से अधिक प्राइवेट बसों का संचालन होता है। मार्ग पर सैकड़ों गांवों के हजारों लोग प्रतिदिन बसों में बैठकर सफर करते हैं। गावों में रहने वाले छात्र-छात्राएं बसों के माध्यम से पढ़ने नगर के स्कूल और कालेजों को आते जाते है। मार्ग पर दौड़ने वाली अधिकतर बसों की हालत जर्जर है। खटारा बसों में बैठकर लोग अपनी जानजोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर है। वहीं प्राइवेट बसों के संचालक छात्रों को अपनी खटारा और जर्जर बसों की छतों पर बैठाकर सफर कराते हैं। ऐसे छात्रों की जान का खतरा बना रहता है। बाबजूद इसके प्रशासन अपनी आंखें बंद किए हैं। भविष्य के नैनिहाल रोजाना जान खतरे में डालकर बसों की छतों पर बैठकर स्कूल आते जाते है। मार्ग पर जगह जगह बिजली के तारों की लाइनें गुजरती हैं, जिनसे छतों पर बैठे छात्रों के हादसे का शिकार बन जाने का खतरा हमेशा बना रहता है। कुछ बसों का बिना परमिट संचालन किया जा रहा है। व्यापारियों और क्षेत्र के किसानों ने प्रशासन से कई बार प्रदर्शन आदि कर मार्ग पर लोकल बस सेवा का संचालन कराने की मांग की। प्राइवेट बस संचालकों के विरोध के चलते उनकी यह मांग पूरी नहीं की जा रही है।
शिकायत मिलने पर बसों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चे¨कग अभियान चलाकर बसों को जब्त कर लिया जाएगा।
एआरटीओ, सतीश कुमार।