कोरोना काल में लटका नवाब खानदान का बंटवारा
- लॉकडाउन के चलते बंद रहीं अदालतों के कारण अभी तक पूरी नहीं हो सकी सर्वे की प्रक्रिया
मुस्लेमीन, रामपुर : नवाब खानदान की अरबों रुपये की संपत्ति का बंटवारा भी कोरोना काल में लटक गया। सर्वे और मूल्यांकन का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। अदालत को सर्वे रिपोर्ट का इंतजार है।
रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खां की अरबों रुपये की संपत्ति है। इसमें पांच बड़ी अचल संपत्ति हैं, जिनमें कोठी खासबाग, कोठी बेनजीर, कोठी लक्खी बाग, सरकारी कुंडा और नवाब रेलवे स्टेशन शामिल हैं। इसके अलावा नवाब खानदान के लगभग एक हजार हथियार भी हैं, जिसमें रायफल, रिवाल्वर, पिस्टल, बंदूक, तलवारें आदि शामिल हैं। इस संपत्ति पर नवाब रजा अली खां के बड़े बेटे मुर्तजा अली खां काबिज रहे। दरअसल पहले राजघरानों के नियमों के मुताबिक नवाब का बड़ा बेटा ही नवाब की संपत्ति पर काबिज होता था। रामपुर में भी ऐसा ही हुआ लेकिन, नवाब खानदान के दूसरे सदस्य इसके विरोध में कोर्ट चले गए। उन्होंने तर्क दिया कि जब राजशाही ही नहीं रही तो उसके हिसाब से बंटवारा क्यों किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल जुलाई में शरीयत के हिसाब से बंटवारा करने के आदेश दिए। जिला जज को दिसंबर 2020 तक बंटवारा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने इसके लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त कर दिए। इस बीच कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते मार्च के अंतिम सप्ताह से सर्वे बंद हो गया। एडवोकेट कमिश्नर अरुण प्रकाश सक्सेना ने बताया कि संपत्ति ज्यादा है, इसलिए समय भी काफी लग रहा है। पक्षकारों ने एक हजार एकड़ संपत्ति बताई थी, लेकिन मौके पर कम मिल रही है। लॉकडाउन से सर्वे कार्य प्रभावित हुआ है। अदालतें भी बंद रहीं।
कचहरी सील, नहीं हुई सुनवाई
रामपुर : नवाब खानदान के बंटवारे की सुनवाई शनिवार को नहीं हो सकी क्योंकि जिला जजी से सभी मुकदमों की सुनवाई की तिथि 14 जुलाई लगाई गई है। ऐसे में अब मुकदमे की अगली सुनवाई 14 जुलाई को ही होगी। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे। इसके बाद कलेक्ट्रेट और कचहरी को सील कर दिया गया। इसके चलते शनिवार को भी कचहरी बंद रही और मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी। नवाब खानदान के बंटवारे का मामला जिला जज की अदालत में विचाराधीन है।