नो बैग डे को बच्चों के लिए स्पेशल बनाएं : बीएसए
बचों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक पहल
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने कहा कि शिक्षक बच्चों के लिए नो बैग डे को स्पेशल बनाएं। वह अपने कार्यालय में शिक्षकों को संबोधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि नो बैग डे बच्चों को उत्सव जैसा लगना चाहिए। शिक्षक इसके लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता करा सकते हैं। इस दिन को बच्चों को ड्रेस से मुक्त रखा जाए। इसके स्थान पर जो बच्चे सबसे साफ-सुथरी ड्रेस पहनकर आएं। उन्हें सम्मानित किया जाए। बच्चों को उनकी रुचि और योग्यता अनुसार खेल खिलाए जाएं। पुस्तकालय में मौजूद पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए। महापुरुषों की जीवनी पढ़ने को कहा जाए।
इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वह भी बच्चों के साथ खेलें। उनसे कोई क्रिएटिविटी करने के लिए प्रेरित करें। शैक्षिक प्रतियोगिता भी करवाई जा सकती है। बच्चों के जन्म दिन को धूमधाम से मनाएं। बच्चों की रुचि के अनुसार इन डोर और आउट डोर गेम खिलाएं। कहा कि इन सब गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों के लिए नो बैग डे को स्पेशल बनाना है। ऐसा करने से एक तरफ जहां विद्यालय में उपस्थिति में सुधार होगा तो वहीं दूसरी ओर यह प्रयास बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा।
इस दौरान जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. राजवीर सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता, डॉ. सरफराज, रवेंद्र गंगवार, संतोष प्रसाद, सुरेंद्र सिंह यादव, चरन सिंह आदि मौजूद रहे। विदित रहे कि परिषदीय विद्यालयों में प्रत्येक शनिवार को नो बैग डे मनाने के आदेश हैं। इस दिन बच्चों को बैग न लाने की छूट रहती है। इसके स्थान पर बच्चों को विद्यालय में खेल व शैक्षिक गतिविधियां करवाई जाती हैं। इसका उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है।