एक दिन में निस्तारित हुए 3485 मुकदमे
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से लगी लोक अदालत सुलह समझौते से निस्तारित हुए मुकदमे
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आयोजित लोक अदालत में एक दिन में 3485 मुकदमों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत की अध्यक्षता जिला जज अलका श्रीवास्तव ने की। जिला जज ने खुद भी 14 मुकदमों का निस्तारण किया।
मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी तरुण सक्सेना ने 24 मुकदमों का निस्तारण कर आश्रितों को दुर्घटना प्रतिकर के रूप में 9128057 रुपये दिलाए। अपर जिला जज एससीएसटी एक्ट रजनी सिंह द्वारा एक फौजदारी वाद खत्म कराया। द्वितीय अपर जिला जज अरविद कुमार श्रीवास्तव ने फौजदारी के तीन मुकदमे निबटाए और अर्थदंड भी प्राप्त किया।
चतुर्थ अपर जिला जज/विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट इश्तियाक अली ने 151 विद्युत बिलों के वादों का निस्तारण कर 17500 रुपये अर्थदंड प्राप्त किया। षष्टम अपर जिला जज धीरेंद्र कुमार ने फौजदारी के तीन मुकदमे खत्म कराए। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश त्रिलोकपाल सिंह ने फौजदारी के 22 और अन्य प्रकृति के 12 मुकदमे निबटाए।
अपर जिला जज/त्वरित न्यायालय (महिला विरुद्ध अपराध) विनोद कुमार ने फौजदारी के दो मुकदमों को निस्तारित किया। अपर जिला जज/त्वरित न्यायालय संख्या दो के न्यायाधीश प्रदीप कुमार ने फौजदारी का एक मुकदमा खत्म कराया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रबोध कुमार वर्मा ने 601 फौजदारी वादों का निस्तारण किया। सिविल जज प्रवर वर्ग स्वेता चौधरी ने फौजदारी के 220 मुकदमे निस्तारित करते हुए 35300 रुपये अर्थदंड प्राप्त किया। अन्य प्रकृति के भी 26 वादों का निस्तारण कर अर्थदंड के रूप में 3046192 रुपये प्राप्त किए।
प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिल्पी रानी ने फौजदारी के 435 और दो परिवार वाद निस्तारित किए। न्यायिक मजिस्ट्रेट आशीष त्रिहानिया ने 66 फौजदारी और पांच अन्य प्रकृति वाद निस्तारित किए। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 21 फौजदारी वाद निस्तारित किए। कलेक्ट्रेट न्यायालय द्वारा 1078 फौजदारी और 108 राजस्व वादों का निबटारा किया। बैंकों एवं भारत दूर संचार निगम के प्रीलिटीगेशन स्तर पर 695 मुकदमों को 31239211 रुपये पर समझौता हुआ।