अपनी आत्मा को सांसारिक प्रलोभनों से परे रखें
बिलासपुर : श्री दिगम्बर जैन मंदिर में मनाए जा रहे महापर्व पयूर्षण के छठे दिन उत्तम संयम धर्म क
बिलासपुर : श्री दिगम्बर जैन मंदिर में मनाए जा रहे महापर्व पयूर्षण के छठे दिन उत्तम संयम धर्म की आराधना की गई। मंदिर परिसर में सर्वप्रथम श्री जी की प्रतिमा का अभिषेक सुरेश जैन किया। तत्पश्चात चतुष्कोणीय जलाभिषेक नितिन जैन, श्रेय संदेश, सचिन-नरेंद्र एवं मनीष जैन ने किया। शांतिधारा नरेश-अक्षत जैन ने की, जबकि सुधा जैन ने परिवार के साथ मंगल आरती की। 51 पुजारियों ने अभिषेक किया। सुगंध दशमी व्रत कथा का वाचन किया गया तथा चार बजे अष्ट कर्मों के दहन हेतु अग्नि धूप सामग्री चढ़ाई गई। अक्षत जैन ने दशलक्षण व्रतधारण किए हुए है। ये दस दिन उपवास का व्रत होता है। शिखा जैन सोलह कारण व्रत पर बैठी है। इस दौरान पंडित अंकित जैन शास्त्री ने कहा कि अपनी आत्मा को सांसारिक प्रलोभनों से परे ले जाना एवं अपनी इंद्रियों स्पर्शन, रचना, चक्षु, घ्राण आदि को अपने काबू में रखा जाना ही उत्तम संयम की ओर ले जाता है। समाज की ओर से दोनों व्रती जनों की सुखसाता की अनुमोदना की गई। उधर, सायंकालीन मंगल आरती के उपरांत सरिता जैन एवं संगीता जैन ने भजन सुनाए। सुदीप जैन, प्रमोद जैन, संदेश जैन, हिमांशु जैन, अजय जैन, विजय जैन, संजय जैन, अनुभव जैन, विपुल जैन, आरती जैन, स्वदेश जैन, कृति जैन, सृष्टि जैन, पूजा जैन, इशिता जैन, कनिका जैन, वीरेंद्र जैन, शालिनी जैन, पीयूष जैन, कोमल जैन, पूनम जैन, चिराग जैन, नवीन जैन, कपिल जैन, सांस्कृतिक मंत्री प्रियांश जैन आदि मौजूद रहे।