टीबी की पहचान एवं बचाव की दी जानकारी
कोर एडरा व स्वास्थ्य विभाग की ओर से गोष्ठी का आयोजन कर टीबी की पहचान और इससे बचाव की जानकारी दी। मुहल्ला काजीपुरा में आयोजित गोष्ठी में सुपरवाइजर जितेंद्र ने कहा कि टीबी की बीमारी अब लाइलाज नहीं है। इसका कारगर इलाज सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क किया जाता है। इसकी शुरुआत दो सप्ताह से अधिक बलगम के साथ होने वाली खांसी बुखार तथा लगातार कमजोरी से होती है। इसके लक्षण होने पर तुरंत इसकी जांच कराएं। टीबी रोगी मुंह में कपड़ा लगाकर रखें। किसी भी प्रकार के भ्रम में न रहें बल्कि इसका सौ प्रतिशत सरकारी अस्पताल में बेहतरीन इलाज है।
टांडा : कोर एडरा व स्वास्थ्य विभाग की ओर से गोष्ठी का आयोजन कर टीबी की पहचान और इससे बचाव की जानकारी दी।
मुहल्ला काजीपुरा में आयोजित गोष्ठी में सुपरवाइजर जितेंद्र ने कहा कि टीबी की बीमारी अब लाइलाज नहीं है। इसका कारगर इलाज सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क किया जाता है। इसकी शुरुआत दो सप्ताह से अधिक बलगम के साथ होने वाली खांसी, बुखार तथा लगातार कमजोरी से होती है। इसके लक्षण होने पर तुरंत इसकी जांच कराएं। टीबी रोगी मुंह में कपड़ा लगाकर रखें। किसी भी प्रकार के भ्रम में न रहें, बल्कि इसका सौ प्रतिशत सरकारी अस्पताल में बेहतरीन इलाज है।
उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक सघन अभियान चलाकर घरों में टीबी रोगियों की तलाश करके उपचार कराया जाएगा। बीएमसी इमरान, सीएमसी इरम, मुमताज सैफी, कौसर खुमार आदि मौजूद रहे।