हुनर हाट में हुआ बीस करोड़ का कारोबार
रामपुर भारत सरकार की ओर से लगे हुनर हाट का सोमवार को समापन हो गया। 10 दिन चले हुनर के बाजार में करीब 20 करोड़ का कारोबार हुआ। इससे दस्तकारों और शिल्पकारों के हुनर को पहचान मिली तो ग्राहकों को सस्ती दरों पर सामान मिला। यहां किसी सामान पर टैक्स नहीं था जिसके कारण बहुत कम मूल्य पर सामान मिला।
रामपुर: भारत सरकार की ओर से लगे हुनर हाट का सोमवार को समापन हो गया। 10 दिन चले हुनर के बाजार में करीब 20 करोड़ का कारोबार हुआ। इससे दस्तकारों और शिल्पकारों के हुनर को पहचान मिली तो ग्राहकों को सस्ती दरों पर सामान मिला। यहां किसी सामान पर टैक्स नहीं था, जिसके कारण बहुत कम मूल्य पर सामान मिला।
हुनर हाट में देश के 30 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से 700 दस्तकार और शिल्पकार आए। अपने साथ अपने हुनर से बने शानदार उत्पाद भी लाए, जो लोगों को काफी पसंद आए और जमकर खरीदारी की। साथ ही देश भर के तमाम व्यंजन भी हुनर हाट में बने, जिनका लोगों ने खूब मजा लिया। देश के तमाम व्यंजनों का मजा भी हुनर हाट में खूब मिला। पंकज उधास, तलत अजीज और कुमार शानू जैसी नामचीन हस्तियां भी यहां आईं और हुनर हाट के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में चार चांद लगाए।
रामपुर में भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से रामपुर में 16 अक्टूबर को हुनर हाट का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय संसदीय कार्य एवं सांस्कृतिक मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश के जलशक्ति राज्य मंत्री बल्देव सिंह औलख भी मौजूद रहे।
हुनर हाट शुरू होने के अगले दिन ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। रामनगर बैराज से कोसी नदी में पानी छोड़ दिया गया, जिससे जिलेभर में बाढ़ आ गई। सड़कों पर पानी भरा गया, जिससे रास्ते बंद हो गए। इस कारण दो दिन लोग हुनर हाट नहीं पहुंच सके। हालांकि मौसम साफ होने पर हुनर हाट में फिर भीड़ लगनी शुरू हो गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि हुनर हाट में करीब साढ़े सात लाख लोग शामिल हुए। करीब 20 करोड़ का कारोबार हुआ। ई हुनर हाट पर भी लोगों को खूब आर्डर मिले हैं। इसके साथ ही दस्तकारों को स्वरोजगार के लिए ऋण भी मुहैया कराया है। हुनर हाट में पहली बार विश्वकर्मा वाटिका लगाई गई। पिछले साल से कम लोग पहुंचे
रामपुर में पिछले साल भी हुनर हाट लगा था, जब 10 दिन में 16 लाख लोग पहुंचे थे, लेकिन इस बार साढ़े सात लाख लोग ही पहुंच सके। दरअसल इस बार बारिश और बाढ़ के कारण दो दिन हुनर हाट बंद रहा। बाढ़ से सड़कों पर पानी आ गया और रास्ते बंद हो गए। इस कारण हुनर हाट कई दिन प्रभावित रहा।