स्कूलों में सेहत का पाठ पढ़ाएंगे शिक्षक
भास्कर सिंह रामपुर किशोर आयु में कई शारीरिक बदलाव होते हैं।
रामपुर : किशोर आयु में कई शारीरिक बदलाव होते हैं। अज्ञानता के चलते इस आयु में किशोर-किशोरियां अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते और बीमार रहते हैं। इन्हें सेहतमंद बनाने के लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अब इस कार्यक्रम के तहत सरकार ने तय किया है कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को चिह्नित किया जाएगा। प्रत्येक स्कूल में एक महिला और एक पुरुष शिक्षक का चयन किया जाएगा। इन्हें स्वास्थ्य संवर्धन और रोग निवारण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित होने के बाद ये शिक्षक छात्र-छात्राओं को सेहतमंद रहने का पाठ पढ़ाएंगे। केंद्र सरकर की इस महत्वपूर्ण योजना में प्रदेश के 32 जिले चयनित किए गए हैं। इसमें रामपुर भी शामिल है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से इस कार्यक्रम के तहत प्रत्येक शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के उच्च प्राथमिक, इंटर कालेज, राजकीय और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में दो शिक्षकों को स्वास्थ्य दूत के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसमें एक शिक्षक महिला तथा एक पुरुष होगा। इन शिक्षकों को पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद वे समाज में स्वास्थ्य और कल्याण संदेशवाहक के रूप में काम करेंगे। स्कूलों में छात्र-छात्राओं को सेहत के प्रति जागरूक करेंगे। किशोरावस्था में होने वाली शारीरिक समस्याओं का समाधान कराने में मदद करेंगे। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देंगे। स्कूलों में प्रत्येक मंगलवार को स्वास्थ्य एवं कल्याण दिवस मनाएंगे।
नए वित्त वर्ष में शुरू होगी योजना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि इस योजना में कुछ संशोधन होना है। इसके बाद नए वित्त वर्ष से इसे शुरू किया जाएगा। योजना के तहत स्वास्थ्य दूतों के रूप में चयनित होने के लिए शिक्षक की आयु 45 वर्ष से कम होनी चाहिए। इसमें नामित होने वाले शिक्षकों में विज्ञान और शारीरिक शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी।
इन जिलों में शुरू होगी योजना
यह योजना प्रदेश के रामपुर समेत इलाहाबाद, बरेली, फैजाबाद, बलरामपुर, बाराबंकी, सोनभद्र, बहराइच, बदायूं, एटा, फर्रूखाबाद, कन्नौज, कासगंज, लखीमपुर खीरी, महाराजगंज, पीलीभीत, शाहजहांपुर, सिद्र्धाथनगर, हरदोई, संत कबीरनगर, श्रावस्ती, गोंडा, सीतापुर, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, फतेहपुर, चंदौली, बस्ती और चित्रकूट शामिल हैं।