टीबी रोगियों को गोद देगा स्वास्थ्य महकमा
टीबी रोगियों को गोद देगा स्वास्थ्य महकमा
जागरण संवाददाता, रामपुर : टीबी संक्रामक रोग होने के चलते एक से दूसरे में फैलता है। इस खतरनाक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके लिए मरीजों को पोषण भत्ता दिया जा रहा है। अब विभाग ने इन मरीजों को गोद दिए जाने की योजना शुरू की है। इन्हें सरकारी कर्मचारी, अधिकारी या फिर आम आदमी भी गोद ले सकता है। जिले में इस योजना पर अमल शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत टीबी अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने मरीजों को गोद लेकर की है। यहां अभी तक 12 मरीजों को गोद ले लिया गया है। इनमें अकेले पांच मरीज जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार ने लिए हैं। जिले में टीबी के चार हजार मरीज जिले में टीबी रोग के करीब चार हजार मरीज हैं। वैसे तो इन मरीजों की जांच से लेकर दवा तक का खर्च सरकार उठा रही है। इसके अलावा मरीजों को पोषण भत्ते के रूप में 500 रुपये भी दिए जाते हैं। बावजूद इसके मरीजों की तादाद कम नहीं हो पा रही है। दरअसल, इस बीमारी की जद में आने वाला ज्यादातर तबका मजदूर वर्ग का होता है। इस बीमारी में अधिक पोषण की जरूरत होती है, जो गरीबी के चलते मरीज नहीं ले पाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें गोद देने की योजना चलाई है। कोई भी सक्षम लोग इन मरीजों को गोद ले सकेंगे। गोद लेने वाले मरीजों के पोषण का रखना होगा ध्यान
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार बताते हैं कि जो लोग टीबी रोगियों को गोद लेंगे, उन्हें मरीज को अपने साथ नहीं रखना है। वे लोग मरीज की दवा और पौष्टिक आहार का ध्यान रखेंगे। दवा सरकार की ओर से मुफ्त मिलती है। दवा उन्हें मिलती रहे, इसका ध्यान गोद लेने वालों को रखना होगा। इसके अलावा पौष्टिक आहार के लिए समय-समय पर फल, घी, दूध आदि की व्यवस्था करनी होगी। इसकी शुरुआत हमने और हमारे स्टाफ ने 12 मरीज गोद लेकर की है। समाज के कुछ लोग भी इसके लिए आगे आए हैं और मरीज गोद लेने की इच्छा जताई है।