मिलक में खेत में मृत मिले कौआ और गीदड़
मिलक (रामपुर) संदिग्ध अवस्था में पशु और पक्षियों की मौतें होने का सिलसिला लगातार जारी है।
मिलक (रामपुर) : संदिग्ध अवस्था में पशु और पक्षियों की मौतें होने का सिलसिला लगातार जारी है। आए दिन कौवे और जंगली जानवरों के शव खेतों पर मिलने से अफवाहे फैल रही हैं। पहले से ही लोगों में बर्ड फ्लू को लेकर पहले से ही दहशत का माहौल है। खेतों पर जाने वाले ग्रामीणों को मृत अवस्था में जंगली जानवर और पक्षियों को देख उनमें बर्ड फ्लू फैलने की आशंका पनप रही है।
क्षेत्र के गहलुइया गांव में गन्ने के खेत में चार कौआ दो वन बिज्जू और दो गीदड़ मृत अवस्था मे ग्रामीणों को मिले। खेत में मृत जंगली पशुओं और पक्षियों को देखने के लिए कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने अंदाजा लगाया कि, बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत हुई । मृत कौआ खाने के बाद गीदड़ों की मौत हुई है। ग्रामीणों ने सिहारी गांव स्थित वन विभाग पर चौकी प्रभारी श्याम लाल को जानकारी दी। चौकी प्रभारी राठौड़ा और धमोरा स्थित पशु चिकित्सालय के चिकित्सकों को लेकर गांव पहुंचे। गन्ने के खेत में मृत पक्षियों और पशुओं के शव को गड्ढा खोदकर दफन करा दिया। चिकित्सक जांच के लिए अपने साथ एक गीदड़ का शव ले गए। वहीं गुरुवार की सुबह 10 बजे कोतवाली क्षेत्र के निपनिया गांव में खेतों पर एक नीलकंठ पक्षी मृत अवस्था में देख ग्रामीणों में खौफ फैल गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग के कर्मचारी गांव पहुंचे और मृतक पक्षी के शव को अपने साथ ले गए। वन विभाग की चौकी प्रभारी ने बताया कि गहलुइया गांव में गीदड़ों की मौत ठंड से हुई है। चिकित्सक जांच के लिए एक जानवर का शव अपने साथ ले गए थे। चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद बताया कि पक्षियों और जानवरों की मौत ठंड के कारण हुई है न कि बर्ड फ्लू के कारण। निपनियां गांव में मृत मिले नीलकंठ पक्षी की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है। पशु चिकित्सक उसके शव की अपने साथ ले गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद ही उसकी मौत के कारणों का चल पाएगा।