तानाशाही पर उतारू है सरकार, चुप नहीं बैठेंगे किसान
कृषि से संबंधित कानून बिना किसानों की स्वीकृति लिए उन पर थोपे जा रहे हैं। वह आंबेडकर पार्क में पंचायत में बोल रहे थे।
जागरण संवाददाता, रामपुर : भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुहम्मद हनीफ वारसी ने कहा कि सरकार हिटलर शाही पर उतारू है। कृषि से संबंधित कानून बिना किसानों की स्वीकृति लिए उन पर थोपे जा रहे हैं। वह आंबेडकर पार्क में पंचायत में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू कराए जाने की मांग किसान 20 वर्षों से करते आ रहे हैं। लेकिन, सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने वादा किया था कि सरकार बनते ही सबसे पहले इस सिफारिश को लागू किया जाएगा। लेकिन, अब प्रधानमंत्री अपना वादा भूल गए। कहा कि किसान अब चुप नहीं बैठेंगे। अपना हक छीन कर ही रहेंगे। आगे कहा कि गन्ना किसान बहुत दुखी हैं। उन्हें समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है। चीनी मिलों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। इसके विरोध में किसान आवाज उठाते रहेंगे। बताया कि दो अक्टूबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पंचायत दिल्ली में राजघाट पर होगी, जिसमें कर्जा माफी, स्वामीनाथन रिपोर्ट और किसान विरोधी कानून के खिलाफ आंदोलन को रणनीति बनाई जाएगी। इस दौरान शेरगढ़ निवासी शोएब इजहार खान को बरेली जिला का प्रभारी नियुक्त किया गया। बाबूराम गंगवार, सुरेश गंगवार, अबरार खान, हरीश कुमार, सोमपाल मौर्य, रईस अहमद व कामरान खान आदि रहे।