मुफ्त में प्रशिक्षण, रोजगार के लिए 25 लाख लोन
लॉकडाउन से प्रभावित निम्नवर्ग से जुड़े कारीगरों के लिए यह अच्छी पहल साबित होगी। उन्हें शासन द्वारा संचालित विश्वकर्मा सम्मान योजना के अंतर्गत निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रामपुर : स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। लॉकडाउन से प्रभावित कारीगरों के लिए यह अच्छी पहल साबित होगी। पारंपरिक कारीगरों को शासन द्वारा संचालित विश्वकर्मा सम्मान योजना के अंतर्गत निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर बैंकों से ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे वे अपना लघु उद्योग स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए कारीगरों से 30 मई तक आवेदन मांगे गए हैं। इस योजना के अंतर्गत टोकरी बुनकर, कुम्हार, लोहार, राजमिस्त्री, दर्जी, बढ़ई, नाई, हलवाई, मोची व सुनार आदि ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए 250 लोगों का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक ट्रेड में 10 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिला मुख्यालय पर छह दिनों तक चलने वाली ट्रेनिंग का सारा खर्च सरकार उठाएगी। प्रशिक्षण के बाद उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के प्रयास किए जाएंगे।
छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना इस योजना का मुख्य उद्देश्य
प्रशिक्षण के बाद यदि कोई लघु उद्योग स्थापित करना चाहता है तो उसे 10 हजार से लेकर 25 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। जिसमें 25 प्रतिशत तक की छूट भी दी जाएगी। योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना है। तमाम लोग हैं, जो आर्थिक तंगी के कारण अपना रोजगार शुरू नहीं कर पाते। ऐसे लोगों के लिए प्रदेश सरकार की यह योजना संजीवनी का काम करेगी। जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो पूरी तरह निश्शुल्क व आवासीय होगा। बाहर से आए विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान लगभग दो सौ रुपये प्रति प्रशिक्षणर्थी दिए जाएंगे। खान-पान की सुविधा भी सरकार की ओर से निश्शुल्क दी जाएगी।
बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी योजना
जिला उद्योग केंद्र उपायुक्त सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का सबसे अधिक लाभ उन्हें मिलेगा जो चाहकर भी आर्थिक तंगी के कारण अपना रोजगार शुरू नहीं कर पाते हैं। यह योजना बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी। इसके लिए कम से कम आठवीं पास व्यक्ति आवेदन कर सकता है, जिसकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच हो। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र सहित ट्रेडवार उन्नत किस्म की टूल भी दी जाएगी। इससे पारंपरिक स्वरोजगारियों व हस्तशिल्पियों को अधिक से अधिक रोजगार के मौके मिलेंगे। प्रशिक्षण किस संस्था या विभाग की ओर से प्रदान किया जाएगा, इस विषय में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। इच्छुक आवेदक विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के मोबाइल नंबर 9758057571 या 9897105272 पर संपर्क सकते हैं।