बीएसए आफिस में प्रदर्शन कर धरने पर बैठे किसान
बीएसए आफिस में प्रदर्शन कर धरने पर बैठे किसान
जागरण संवाददाता, रामपुर : भारतीय किसान यूनियन अंबावता के पदाधिकारियों ने शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को बीएसए कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया। कुछ देर प्रदर्शन करने के बाद बेमियादी धरने पर बैठ गए।
वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ वारसी ने कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। स्वार के एक अधिकारी अवैध वसूली कर निजी स्कूलों से फर्जी टीसी बनवा रहे हैं। इस विषय में वार्ता के लिए बीएसए से मिलने आए थे, लेकिन इस संबंध में बात न बनने पर प्रदर्शन कर धरने पर बैठने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय रुपये लेकर फर्जी अंकपत्र बना रहे हैं। इसके अलावा एक विद्यालय 1999 से संचालित नहीं हैं। इसके बावजूद प्रबंधक, प्रधानाचार्य द्वारा एक ही क्रमांक की दो टीसी जारी की गई हैं, जिनकी प्रति 2019 में जारी की गई है तथा सर्टिफिकेट संख्या 43 को 30 मार्च 2019 को जारी किया गया है। जिन लोगों को यह जारी की गई है यह फर्जी टीसी उत्तराखंड पंचायती चुनाव में धड़ल्ले से लगाई जा रही हैं। इसके अलावा एक स्कूल की टीसी प्रधानी चुनाव में लगाई गई है, जबकि वर्तमान में इस स्कूल के स्थान पर मदरसा संचालित है। कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चों को मानक के अनुसार खाना नहीं मिल रहा है तथा वजीफा भी कुछ बच्चों को देकर बाकी हड़प लिया जाता है। शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। कहा कि फर्जी मार्कशीट बनाने वालों के खिलाफ जब तक कार्यवाही नहीं होती धरना जारी रहेगा।
धरना देने वालों में जिलाध्यक्ष मोहम्मद सलीम वारसी, रईस, नजराना बेगम, शिवचरण राठौर, शकील अहमद, जगतार सिंह, मुराद अली, वली मोहम्मद, शफीतुल्ला, मुबारक हसन, खुर्शीद अहमद, रिफाकत अली, तेज बहादुर, विजय पाल, रफीक अहमद, अशोक कुमार, राजेश कुमार, विनय कुमार आदि रहे।