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हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम

रामपुर हरियाणा के हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने के विरोध भारतीय किसान यूनियन ने हाईवे पर जाम लगाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 10:17 PM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 10:20 PM (IST)
हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम
हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने हाईवे पर लगाया जाम

रामपुर : हरियाणा के हिसार में किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने के विरोध भारतीय किसान यूनियन ने हाईवे पर जाम लगाया। इस दौरान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद ने कहा कि हिसार में निहत्थे किसानों, महिलाओं और बच्चों पर लाठीचार्ज किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। अब दूसरे राज्यों में भी आंदोलन तेज किया जाएगा। सोमवार को उत्तर प्रदेश के किसान सभी टोल प्लाजा पर धरना देंगे।

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भाकियू जिलाध्यक्ष को रविवार शाम पांच बजे अचानक हाईकमान से दो घंटे के लिए हाईवे जाम करने का निर्देश मिला। इस पर आनन फानन में किसान जमा किए गए और फिर सिविल लाइंस में भाकियू कार्यालय के पास हाईवे पर जाम लगा दिया गया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। किसानों को हाईवे से हटने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं माने। इस पर पुलिस ने रूट डायवर्ट करा दिया। हालांकि, कोरोना क‌र्फ्यू के कारण इस रोड पर इक्का दुक्का वाहन ही चल रहे हैं। दूसरे जिलों के वाहन बाइपास से गुजर रहे हैं। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि हिसार में जिस तरह से महिलाओं और बच्चों को पीटा गया, उसके लिए यह दिन इतिहास में याद रखा जाएगा। सरकार सत्ता के नशे में इतनी चूर हो गई है कि उन्हें बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों का भी ़ख्याल नहीं रहा। सरकार के हर वार का जवाब दिया जाएगा। किसान लाठी, गोली से डरने वाला नहीं है। हमारा आंदोलन जारी था है और जारी रहेगा। इस आंदोलन को दूसरे राज्यों में भी तेज किया जाएगा। देश के सभी किसानों और किसान संगठनों से अपील है कि अपने-अपने राज्यों में सोमवार से अपने नजदीक के टोल प्लाजा पर धरना शुरू करें और यह धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक भारत सरकार तीनों बिल वापसी व न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून नहीं बना देती। कहा हम हिसार जा रहे हैं, वहां पर किसानों से वार्ता कर आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। हरियाणा सरकार को चेताना चाहते कि जितने लोग घायल हुए हैं, उनका तुरंत उपचार कराया जाए और गिरफ्तार किसानों को तुरंत रिहा किया जाए अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहे। महिलाओं के इस अपमान को हम भुला नहीं सकते अगर खट्टर सरकार सत्ता के नशे में चूर है तो आने वाले समय में जवाब दिया जाएगा। जनता का आक्रोश सरकार के खिलाफ है और उस आक्रोश को जनता ने बंगाल में विधानसभा चुनाव, उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव व पंजाब के पंचायत चुनाव में दिखाया है। करीब घंटेभर बाद किसान हाईवे से हट गए। इस मौके पर हाफिज ऐजाज, मेंहदी हसन, अमृतपाल भिडर, छिद्दा नेता, अनीस अहमद, मुहम्मद तालिब आदि मौजूद रहे।


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