तहसीलों में भी किसानों ने भरी हुंकार, हाइवे पर चक्का जामकर सरकार को दिया अल्टीमेटम
बिलासपुर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों ने नैनीताल हाइवे पर चक्का जाम किया। लेकिन प्रशासन की मिन्नतों के बाद वे वहां से उठे और रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शित किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले रहे। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों ने नैनीताल हाइवे पर चक्का जाम किया। लेकिन, प्रशासन की मिन्नतों के बाद वे वहां से उठे और रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शित किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले रहे। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा।
सुबह में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भर कर आए तमाम किसान नवीन मंडी परिसर में इकट्ठा हुए। यहां पर सभा में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने कहा कि सरकार कुछ कारपोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए ही यह कृषि बिल लेकर आई है। हमारे जुमेलबाज प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि यह बिल किसानों के हित में है, जबकि वास्तविकता यह है कि यह पूरी तरह किसान विरोधी हैं। इस सरकार पर जिस-जिस व्यक्ति ने भरोसा किया है, उसका बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। चाहें वो देश के मजदूर हों, या फिर किसान। उन्होंने कहा जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रखने का कोई ठोस परिणाम नहीं देती है, तब तक देश का किसान इस बिल का पुरजोर विरोध करता रहेगा। आज देश का मजदूर और किसान वर्ग गरीबी व भुखमरी का दंश झेल रहा है। मगर मोदी सरकार उनकी समस्याओं को दूर करने के बजाए, उल्टा उन पर काला कानून थोप रही है। दो टूक कहा कि जब तक सरकार सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बाद में नायब तहसीलदार शरद सिंह को ज्ञापन सौंपा। गुरशरण जीत सिंह, प्रतिपाल सिंह, जसपाल सिंह, हरजिदर सिंह, विचित्र सिंह, बलजीत सिंह बिट्टू, दिलबाग सिंह, जसपाल सिंह, पारजीत सिंह, हरजिदर सिंह, तीर्थ सिंह, तारा सिंह चंदी व जगजीत सिंह गिल आदि रहे।
मिलक : भारतीय किसान यूनियन अंबावता के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम मनोज कुमार सागर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रदेश संगठन मंत्री राशिद अंसारी ने कहा कि किसान विरोधी बिल असंवैधानिक रूप से पास किया गया है, इसे सरकार वापस ले तथा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को किसानों के पक्ष में लागू करे। तहसील अध्यक्ष विजयपाल मौर्य, मंडल महासचिव जाकिर, नगर अध्यक्ष नईम कश्मीरी आदि रहे।
स्वार : भारतीय किसान यूनियन अंबावता के कार्यकर्ता गुरुद्वारे में इकट्ठा हुए। उसके बाद जुलूस के रूप में तहसील परिसर पहुंचे, जहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम यमुनाधार चौहान को सौंपा। जिलाध्यक्ष मुहम्मद सलीम वारसी ने कहा कि यह बिल किसानों के लिए नहीं, बल्कि पूंजी पतियों के भले के लिए है। ब्लॉक अध्यक्ष सुच्चा सिंह नामधारी, राम अवतार मौर्य, नंदराम सिंह, रक्षपाल सिंह, खलील अहमद व जगजीत सिंह जोगी आदि रहे। केमरी में कार्यकर्ताओं ने तिराहे पर धरना दिया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसएसआई सतीश कुमार को सौंपा। जिला महासचिव रईस अहमद, शरीफ पाशा, अली हसन, खलील अहमद, अकील अहमद, जाहिद अली व हजरत नूर आदि रहे।
शाहबाद : नगर में भारतीय किसान यूनियन असली के कार्यकर्ताओं ने राणा शुगर मिल के सामने शाहबाद बिलारी मार्ग पर चक्का जाम किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रेमपाल यादव ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी अध्यादेश लाकर किसानों के अहित का कार्य कर रही है। जब फसलें तैयार होगी तो बड़ी कंपनियां जानबूझकर दाम गिरा देंगी। बाद में उसे स्टोर करके ऊंचे दामों में बेचेगी ज्ञापन में स्वामीनाथन फॉर्मूला के आधार पर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किए जाने की मांग के साथ उस मूल्य पर ही फसलों की खरीद की गारंटी का कानून लाने की मांग की है। सत्येंद्र यादव, योगेंद्र यादव, विजयपाल, अशोक पाठक, महेंद्र यादव, विशाल, शिशुपाल आदि रहे।