टिड्डी दल से निपटने के लिए किसानों ने संभाला मोर्चा
जागरण संवाददाता बिलासपुर जनपद में टिड्डी दल के संभावित हमले को लेकर तहसील के किसान
जागरण संवाददाता, बिलासपुर : जनपद में टिड्डी दल के संभावित हमले को लेकर तहसील के किसान सतर्क हो गए हैं। सूचना मिलते ही वे खेतों पर पहुंच गए और उससे निपटने के लिए रणनीति तैयार करने लगे। इसके लिए उन्होंने कीटनाशक दवाओं के उपयोग से लेकर थाली बजाने और पटाखे छोड़ने तक के सभी इंतजाम कर लिए हैं।
प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में टिड्डियों के दल ने अपना आतंक मचाया हुआ है। टिड्डी दल फसलों पर हमला कर चंद घंटों में ही उसे चट कर जाते हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। गुरुवार को स्थानीय प्रशासन ने बरेली जनपद की सीमा से सटे गांवों के किसानों को सूचित किया था कि टिड्डी दल रात में किसी भी समय हमला कर सकता है। जिस पर मंगतपुर, आकिलपुर, लखमीपुर, सितौरा, करतारपुर व गोधी आदि गांवों के किसान अलर्ट हो गए। शुक्रवार को कई किसान खेतों में थाली लेकर पहुंच गए। राष्ट्रीय पंचायती राज प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह ने बताया कि टिड्डी दल के आने की सूचना मिली है। लिहाजा उन्होंने बॉर्डर से सटे क्षेत्र के विभिन्न गांवों के प्रधानों तथा किसानों को सूचित कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने पटाखे व थालियां बजाने के साथ-साथ कीटनाशक दवाओं का उपयोग करने के सुझाव भी दिए हैं। ताकि टिड्डी दल को आसानी से भगाया जा सके। एसडीएम डॉ. राजेश कुमार के अनुसर क्षेत्रीय किसानों को सूचित कर टिड्डी दल से निबटने के लिए कीटनाशक दवाओं के टैंक तैयार कर लिए गए हैं। लेखपालों को गांवो में तैनात कर दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि वे किसानों को जागरूक करें। दो हजार लीटर दवा उपलब्ध रामपुर: जिला कृषि अधिकारी सीजी सागर ने बताया कि शुक्रवार को टिड्डी दल पीलीभीत के पूरनपुर से बरेली जिले में पहुंच गया। रामपुर के बिलासपुर क्षेत्र में आ सकता है। इसे लेकर हम पूरी तरह अलर्ट हैं। टिड्डी दल को मारने के लिए 2000 लीटर दवा की व्यवस्था कर ली गई है। फायर ब्रिगेड को की सूचना दे दी है। अगर टिड्डी दल बिलासपुर क्षेत्र में आता है तो रात्रि में फायर ब्रिगेड के जरिये उस पर स्प्रे कराया जाएगा, ताकि उसे यहीं पर मारा जा सके। कृषि विभाग के कर्मचारी भी गांव-गांव में तैनात कर दिए गए हैं। ये किसानों को जागरूक कर रहे हैं। उन्हें बता रहे हैं कि अगर टिड्डी दल दिन में आता है तो किसान तत्काल खेतों पर थाली बजाए, डीजे बजाए, शोर मचाए और पटाखे फोड़े, ताकि टिड्डी डर कर भाग जाएं और फसल को न खाने पाएं। इसे लेकर गन्ना विभाग और चीनी मिल भी चौकन्ने हैं।